होम / Festival Of Ideas का दूसरा दिन रहा बेमिसाल, किरण बेदी से लेकर आलोक श्रीवास्तव सभी ने जमाया रंग तो वहीं क्या खूब रही पक्ष विपक्ष की टकराव

Festival Of Ideas का दूसरा दिन रहा बेमिसाल, किरण बेदी से लेकर आलोक श्रीवास्तव सभी ने जमाया रंग तो वहीं क्या खूब रही पक्ष विपक्ष की टकराव

Shubham Pathak • LAST UPDATED : August 26, 2023, 6:00 am IST

India News(इंडिया न्यूज),Festival Of Ideas: ITV नेटवर्क की तरफ से 24 और 25 अगस्त, 2023 को देश की राजधानी दिल्ली में फेस्टिवल ऑफ आइडियाज (Festival Of Ideas) कॉन्क्लेव का आजोयन किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव में देश के तमाम क्षेत्रों के दिग्गज लोग (Festival Of Ideas) अपने विचारों को देश की जनता के साथ साझा करेंगे। साथ ही लोगों के सवालों का जवाब भी देंगे। बीते दिन कई दिग्गजों ने जनता के साथ अपने विचारों को साझा किया।

पांडिचेरी किसी खास लक्ष्य से वहां गई थी- किरण बेदी

Festival Of Ideas के दूसरे दिन की शाम में चार चांद लगाने पहुंची किरन बेदी ने मानो शाम का नजारा हीं बदल दिया हो। पृतसत्ता के इस समाज में महिलाओं के वर्चस्व को स्थापित करने वाली किरन बेदी ने Festival Of Ideas में कहा कि, जब में पांडिचेरी की उप-राज्यपाल थी तो किसी खास लक्ष्य से वहां गई थी। जब मैंने वहां ज्वाईन किया तो मैंने कहा प्रस्पोज् पांडिचेरी जिसका मतलब है कानून का नियम,भी को समान रखना, अधिकारियों की खुल कर लोगों के सामने जवाबदेही। जब वहां मैंने ये मिशन स्टेटमेंट दिया तो वहां हम सब ने इसी स्टेटमेंट के साथ रहना शुरु कर दिया।

ओह, आलोक श्रिवास्तव की पंक्तियां

कॉन्क्लेव के दूसरा दिन वहां उपस्थित दर्शकों के लिए सबसे खास तब हुआ जब माहौल में आएं चर्चित कवि और गीतकार आलोक श्रीवास्तव। उन्होने अपने अंदाज में आगाज करते हुए अपने विचारों को साझा किया और अपनी रचनाओं को लोगों के सामने सुनाया।

शिव तांडव स्रोत पर लिखी गई कविता पर कही ये बात

जिसमें उन्होंने कोविड के दौरान लिखी गयी शिव तांडव स्त्रोत पर लिखी गयी कविता पर बात करते हुए कहा कि, आशुतोष राणा (अभिनेता /लेखक) जी का विचार था कि मैं शिव तांडव स्रोत पर कविता लिखूं, “जो की लोगों के आत्मा में तो शिव तांडव स्रोत है लेकिन उनकी जुबान पर नहीं आ पाता है।”

आलोक कहते हैं कि गजल जो है इशारे का आर्ट है कोई भी बात नारे की तरह नहीं कही जाती। आगे कहा कि, मैं जो लिखता हूं वह बहुत इशारतन लिखता हूं इसके साथ ही वह अपने इस गजल को पढ़ा,,

पवन सिन्हा भी अपने अंदाज में दिखे

क्या दल इस धर्म यानि भगवा को आगे कर रहें है? के सवाल पर अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा ने कहा कि एक विचार भगवे के लिए खड़ा हुआ और दुसरा विचार हरे के लिए खड़ा हुआ। इसमें ये नहीं कह सकते ही सिर्फ भगवे के लिए ही ये सोच खड़ी हुई है। सभी धर्मों का उपयोग-दुरुपयोग राजनीति के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था कि जामा मस्जिद से खबर भेजी जाती थी कि किसे वोट देना है। इतिहास को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते है।

कांग्रेस का मकसद मोदी जी को हटाना

सवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहे थे और समय बहुत कम था फिर कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के भाजपा प्रभारी बिप्लब कुमार देब और जब उनसे पूछा गया कि हरियाणा और 2024 चुनाव को लेकर क्या तैयारी हैं तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पहले दिन से ही काम करती है। बाकी सब पार्टी चुनाव के समय काम करती हैं। आप पीछे जाकर देखेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि भले ही कांग्रेस ने इस बार नाम बदल दिया है लेकिन हर बार इनका एक ही मकसद होता है मोदी को हटाना और हर बार ये हार जाते हैं जनता के ऊपर मुझे विश्वास है। वो जानते हैं किसे जीताना है।

ये भी पढ़े

 

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.