India News (इंडिया न्यूज),Dasna Devi Temple:गाजियाबाद में हिंदू बताकर रामलीला कमेटी के साथ डासना देवी मंदिर में घुसने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तलाशी के दौरान दूसरे समुदाय के दो आरोपियों के पास से हिंदू नाम वाले आधार कार्ड मिलने पर वेव सिटी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने हिंदू धर्म का अपमान करने के लिए अपना नाम बदल लिया था। तीनों रामलीला में सीता-लक्ष्मण और कैकेयी का किरदार निभाते थे।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

अति संवेदनशील माने जाने वाले डासना देवी मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की सुरक्षा के लिए यहां पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है। पुलिस के मुताबिक, डासना देवी मंदिर के प्रांगण में श्री आदर्श रामलीला कमेटी की ओर से रामलीला का मंचन किया जाता है। पिछले तीन सालों से मंचन के लिए मथुरा से एक मंडली आती है। मंडली के ठहरने की व्यवस्था मंदिर में की जाती है। बताया जाता है कि इस मंडली के तीन सदस्य एक समुदाय विशेष के हैं, जिन्हें चेकिंग के दौरान हिंदू नाम वाले आधार कार्ड दिखाने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।

इस तरह हुई खुलासा

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 2 अक्टूबर को मंडली प्रदर्शन के लिए मंदिर पहुंची थी। प्रवेश देने से पहले जब सदस्यों की जांच की गई तो पुलिस को तीन लोगों पर शक हुआ। पहचान पत्र मांगने पर दो लोगों ने हिंदू नाम वाले आधार कार्ड दिखाए, जबकि एक ने वजीर खान नाम वाला आधार कार्ड दिखाया। आरोपियों ने बताया कि वे दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। विस्तृत जांच के लिए पुलिस की एक टीम मथुरा भेजी गई, जहां पुष्टि हुई कि तीनों दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।

रामलीला मंचन के लिए आए थे आरोपी

पुलिस के मुताबिक, आरोपी रामलीला में सीता-लक्ष्मण और कैकेयी का किरदार निभाते हैं। वजीर खान ढोलक बजाता है। इसके अलावा दर्शकों के मनोरंजन के लिए डांस भी करते हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके पूर्वज भी रामलीलाओं में विभिन्न किरदार निभा चुके हैं। उनके पूर्वजों के भी हिंदू नाम थे, इसलिए उनके नाम भी हिंदुओं से जुड़े रखे गए थे। तीनों ने बताया कि वे डासना देवी मंदिर में सिर्फ रामलीला मंचन के लिए आए थे।

आरोपियों पर लगा यह आरोप

डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि जांच के बाद मंदिर के सुरक्षा प्रभारी एसआई भानुप्रकाश सिंह की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद आरोपी राहुल, नानक निवासी कस्बा मांट मथुरा और वजीर खान निवासी गांव गढ़ी परसोती थाना सुरीर जिला मथुरा को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला है कि आरोपियों का मकसद हिंदू धर्म का अपमान करना था। तीनों आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर धोखाधड़ी की है।

मामले की गहनता से जांच

डासना देवी मंदिर में पहले भी चोरी हो चुकी है। एक बार बाहर से आए साधु पर पेपर कटर से हमला किया गया था। इसके अलावा पुलिस ने दूसरे समुदाय के दो लोगों को गिरफ्तार किया था जो खुद को हिंदू बताकर मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहे थे। उनके बैग से संदिग्ध सामान मिला था। पुलिस द्वारा तीन लोगों को गिरफ्तार किए जाने के बाद गुरुवार को मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि ने मामले को गंभीर बताया है। उनका कहना है कि यह साजिश हो सकती है। पुलिस को मामले की जांच करनी चाहिए। वहीं, पुलिस ने बुधवार रात से मंदिर की सुरक्षा कड़ी कर दी है।

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