India News (इंडिया न्यूज),UP:यूपी के इटावा में हुए हत्याकांड ने इलाके में सनसनी मचा दी थी। वहीं इस हत्याकांड के बाद परिजनों ने कई खुलासे किए हैं। परिजनों ने बताया कि दो बेटियों में इकलौता बच्चा होने की वजह से अभिष्ट मां रेखा का लाडला था। रेखा जब भी कहीं जाती तो बेटियां घर पर ही रहती और अभिष्ट उनके साथ रहता। साथ ही अक्सर सड़क पर चलते समय अभिष्ट अपनी मां का हाथ कसकर पकड़ लेता था। किसे पता था कि जीवन के अंतिम क्षणों में भी अभिष्ट अपनी मां का हाथ कसकर पकड़ेगा। दरअसल, मां रेखा के शव के पास ही उसके 12 वर्षीय बेटे का शव भी पड़ा था।

आखिरी पल में बेटे ने अपनी मां का पकड़ा हाथ

बता दें कि, हमेशा की तरह अभिष्ट अपने छोटे-छोटे हाथों से मां का एक हाथ कसकर पकड़े हुए था। सोमवार रात करीब 8:20 बजे मुकेश ने अपनी पत्नी रेखा के फोन पर उनकी मौत का स्टेटस डाला। इसके बाद परिजन दौड़े-दौड़े कमरों में पहुंचे। जहां नीचे के कमरे में रेखा और उसके सबसे छोटे बेटे अभीष्ट का शव बेड पर पड़ा था। वहीं दूसरी तरफ बड़ी बेटी भव्या बेड पर लेटी थी। ऊपर के कमरे में छोटी बेटी काव्या का शव बेड पर पड़ा था। वहीं पुलिस और फोरेंसिक टीम की जांच के बाद शवों को उठाने के लिए महिला कांस्टेबल को बुलाया गया। जैसे ही महिला कांस्टेबल ने मां-बेटे के शवों पर पड़े कंबल को हटाया तो उनकी हालत देख महिला कांस्टेबल भी रोने लगी।

आरोपी मुकेश ने किया बड़ा खुलासा

दरअसल, पूछताछ में आरोपी मुकेश ने बताया कि रविवार रात को गला घोंटने के दौरान अभीष्ट ने पास में पड़ी अपनी मां का हाथ पकड़ रखा था। मुकेश ने आगे बताया कि उसने घर पर एक सुसाइड नोट छोड़ा है। आरोप है कि किसी ने सुसाइड नोट छिपा दिया है। सोमवार देर रात कोतवाली पुलिस और फोरेंसिक टीम दोबारा घर पहुंची, सुसाइड नोट की तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला। वहीं दो डॉक्टरों के पैनल ने दोपहर में मां और बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम शुरू किया। चारों की मौत 32 घंटे पहले गला घोंटने से होने की बात सामने आई है। नशीली गोलियां दिए जाने की पुष्टि के लिए विसरा की जांच कराई जाएगी। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटने से मौत की बात सामने आई है।

पुलिस सुरक्षा में एक साथ उठे चार शव

बता दें कि, शहर के मोहल्ला लालपुरा में ज्वैलर मुकेश वर्मा ने पारिवारिक कलह के चलते अपनी पत्नी रेखा (40), बड़ी बेटी (22), छोटी बेटी काव्या (16) और अभीष्ट (12) को नशीली गोलियां खिलाकर सभी का गला घोंट दिया। मंगलवार को कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद सभी का पोस्टमार्टम कराया गया। घटना की जानकारी मिलने पर मोहल्ले के लोग, रिश्तेदार और आसपास के लोग एकत्र हो गए। पोस्टमार्टम के बाद शाम करीब पांच बजे शव पहुंचे तो लोगों की भीड़ लग गई। इससे पहले घर के बाहर एक साथ रखी मां और उसके तीन बच्चों की लाशें देख हर कोई यही कह रहा था कि कैसे एक पल में एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। भीड़ को देखते हुए पुलिस भी मौजूद थी। रेखा की बहन राखी, भाई सतेंद्र और मां चंद्रकला समेत पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था।

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