India News (इंडिया न्यूज़), Manipur, इंफाल: मणिपुर के उखरुल जिले में शुक्रवार ताजा भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। उखरुल के पुलिस अधीक्षक निंगशेम वाशुम ने स्क्रॉल को बताया कि यह घटना थवई गांव में सुबह करीब 4.30 बजे हुई। वाशुम ने कहा, “यह एक अकारण और जानबूझकर किया गया हमला था… तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमें संदेह है कि घाटी की ओर से हथियारबंद बदमाशों ने पहाड़ियों में घुसपैठ की और उन पर हमला किया। मृतक वालंटियर थे जो गाँव की रखवाली कर रहे थे।”
- 13 दिन से राज्य शांत था
- उखरूल जिले की घटना
- मृतक वालंटियर थे
यह गांव नागा-बहुल उखरुल जिले और मैतेई-बहुल इंफाल पूर्वी जिले के बीच की सीमा पर स्थित है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अधिकारी मरने वालों के नामों की पुष्टि करने की प्रक्रिया में हैं। बीते 13 दिनों से राज्य में शांति थी और हिंसा की कोई घटना नहीं हुई थी।
190 लोग मारे गए
हिंसा की ताजा घटना के साथ, मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष में कम से कम 190 लोग मारे गए हैं। राज्य में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदायों के बीच व्यापक हिंसा देखी गई है। हिंसा भड़कने के बाद से लगभग 60,000 लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हो गए हैं। राज्य में बलात्कार और हत्या के मामले सामने आए हैं और केंद्रीय सुरक्षा बलों की भारी उपस्थिति के बावजूद भीड़ ने पुलिस शस्त्रागार लूट लिया और कई घरों में आग लगा दी।
पीएम ने किया जिक्र
विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र और राज्य सरकार पर हिंसा को नियंत्रित करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा था कि मणिपुर में जहां हिंसा की लहर देखी गई, वहीं पिछले कुछ दिनों में शांति की खबरें भी आई हैं। उन्होंने कहा था, ”देश मणिपुर के लोगों के साथ है।” उन्होंने कहा था कि केंद्र और राज्य सरकार राज्य की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।
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