India News(इंडिया न्यूज),Tilak National Award: आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुणे में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार (Tilak National Award) से सम्मानित किया जाने वाला है। जिस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी मंच साझा करने वाले है। जिसको लेकर सियासत में जोरदार गर्माहट अभी से देखने को मिल रही है और खास कर महाविकास अघाड़ी के नेताओं में नाराजगी देखने को मिल रहा है।

जानिए किसे दिया जाता है ये पुरस्कार (Tilak National Award)

आपके जानकारी के लिए बता दें कि, तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट हर वर्ष एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि के मौके पर यह पुरस्कार प्रदान करती है। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए उल्लेखनीय और असाधारण काम किया है। अब तक प्रधानमंत्री मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले 41वें व्यक्ति होंगे। बता दें कि, लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट ने इस पुरस्कार की शुरुआत की थी।

पुणे पहुंच भगवान श्री गणेश की करेंगे पूजा-अर्चना

बता दें कि, पुरस्कारित होने के लिए आजपीएम मोदी पुणे पहुंचेंगे जिसके बाद वे सबसे पहले प्रसिद्ध दगडूशेठ मंदिर में भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना करेंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री को सुबह 11:45 बजे लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

शरद पवार के मंच साझा करने पर सियासय क्यों?

पीएम मोदी को सम्मानित करने वाले कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। जिसके बाद उद्धव गुट की शिवसेना के सांसद संजय राउत का इस विषय पर कहना है कि, शरद पवार को मोदी के साथ मंच साझा नहीं करना चाहिए। इससे विपक्षी एकता में भ्रम की स्थिति बनेगी। एमवीए के नेताओं ने उनसे कार्यक्रम में न शामिल होने की विनती की लेकिन शरद पवार ने पुरस्कार समारोह में जाने का निश्चय किया है। एनसीपी सांसद वंदन चव्हाण ने कहा, नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए उनका सम्मान करना पड़ेगा।

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