India News (इंडिया न्यूज), Tirupati laddu Controversy: तिरुपति मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट का मामला बढ़ता जा रहा है, जहां अब इसे लेकर एक अहम कदम उठाया गया है। इस चल रहे विवाद के बीच मंदिर के शुद्धिकरण का फैसला किया गया है। शुद्धिकरण के लिए मंदिर में अनुष्ठान भी किया गया। पंचगव्य से मंदिर का पूरा शुद्धिकरण किया गया है। इस अनुष्ठान उद्देश्य मंदिर में हुई गलती को सुधारना और मंदिर की पवित्रता को बनाए रखना है।

मंदिर की पवित्रता के लिए किया गया अनुष्ठान

मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए महाशांति यज्ञ का आयोजन किया गया। तिरुपति मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान पंचगव्य यानी पांच पवित्र चीजों से पूरे स्थान का शुद्धिकरण किया गया। पंचगव्य में गाय का दूध, दही, मूत्र, घी और गोबर शामिल हैं। इसके बाद लड्डू पोट्टू यानी लड्डू बनाने वाली रसोई और अन्नप्रसादम पोट्टू यानी प्रसाद बनाने वाली रसोई का शुद्धिकरण किया गया।

Atishi दिल्ली की CM तो बन गईं लेकिन छूने भी नहीं दी गई Kejriwal की कुर्सी, चुनावी माहौल में आप ने लगाई नई आग

8 पुजारी, 3 आगम सलाहकार

शुद्धिकरण के दौरान 11 विशेष लोग मौजूद थे। 8 पुजारी और 3 आगम सलाहकार पूरे तिरुमाला मंदिर परिसर को पंचगव्य से शुद्ध करने में शामिल थे। अनुष्ठान का समय सुबह 6:00 बजे शुरू हुआ और सुबह 10 बजे तक चला। इसके लिए काफी तैयारियां की गई थीं। यह कदम तिरुपति तिरुमाला लड्डू विवाद के बाद उठाया गया।

क्या है मामला?

हाल ही में तिरुपति मंदिर के प्रसाद बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट का मामला सामने आया था, जिसे लेकर महंत धीरेंद्र शास्त्री समेत कई लोगों ने इसके खिलाफ गुस्सा जाहिर किया था और कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले को लेकर खुद आंध्र प्रदेश के सीएम ने बयान जारी कर कहा था कि करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं, परंपराओं और धार्मिक प्रथाओं के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। दोषी कर्मचारियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

Noida के इस मॉल में चलीं तबाड़तोड़ गोलियां, जानें किस बात पर हुआ बवाल? यहां पहले भी हुए कांड