India News (इंडिया न्यूज), Tirupati Temple: ट्रस्ट ने कहा कि बैंकों में जमा सोना 2.9 टन बढ़ गया जो 2019 में 7,339.74 टन था। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम टीटीडी प्रसाद की बिक्री, दान आदि के माध्यम से आय अर्जित करता है। वाराणसी सम्मेलन में संपत्ति के ब्यौरे के साथ-साथ मंदिर ट्रस्ट से जुड़ी कई बातें सामने आईं।

टीटीडी ने सूची जारी की

आंध्र प्रदेश में प्रतिष्ठित पहाड़ी मंदिर के मंदिर ट्रस्ट तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने अपनी संपत्ति की एक सूची जारी की है। बयान के अनुसार, राष्ट्रीयकृत बैंकों में उसके पास कुल 15,938 करोड़ की नकदी जमा है और 5,300 करोड़ से अधिक मूल्य का 10.3 टन सोना है।

तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर सजावट के प्रेमी हैं। वेंकन्ना के पास बेशकीमती गहने और हीरे हैं गरीब से लेकर अमीर, राजा-महाराजाओं, नवाबों, नेताओं तक ने अनेक दान और उपहार दिए हैं। टीटीडी रिकॉर्ड के अनुसार, खजाने में कीमती रत्नों का वजन 10 टन से अधिक है। यह कई बैंकों में जमा कराई है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम टीटीडी ने वेंकन्ना के खाते में 17 हजार करोड़ रुपये की नकद राशि जमा करा दी है।

धर्म रेड्डी ने बताया

टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी, एवी धर्म रेड्डी ने बताया कि ट्रस्ट की कुल संपत्ति 2.26 लाख करोड़ तक पहुंच गई है। रेड्डी ने प्रकाशन को बताया, “2019 में विभिन्न बैंकों में (फिक्स्ड डिपाजिट) के रूप में टीटीडी का निवेश 13,025 करोड़ था, जो अब बढ़कर 15,938 करोड़ हो गया है। पिछले तीन वर्षों में, निवेश में 2,900 करोड़ की वृद्धि हुई है।”

500 टन फूलों का प्रयोग

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम टीटीडी ने स्पष्ट किया है कि विभिन्न बैंकों में अब तक 17 हजार करोड़ रुपये और 11 टन सोना भी जमा किया है। इसके साथ ही तिरुमलेश वर्ष मंदिर की सजावट के लिए 500 टन फूलों का इस्तेमाल किया जाता है।और उन्होंने कहा कि फिलहाल 24 हजार से अधिक कर्मचारी ड्यूटी पर हैं। मंदिर में भक्त जनों की सेवा के लिए रोजाना 800 कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात होते हैं। टीटीडी ने यह खुलासा भी किया है कि श्रीवारी मंदिर में प्रसाद बनाने के लिए हर वर्ष 5 हजार टन घी का इस्तेमाल किया जाता है।

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