India News (इंडिया न्यूज़), Same Sex Marriage: तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने समलैंगिक विवाह को लेकर अपना समर्थन दिया है। बीते दिन गुरुवार, 20 अप्रैल को TMC नेता ने अपने एक बयान में कहा कि हर किसी के पास अपना जीवनसाथी चुनने का अधिकार है। वहीं मामले में हो रही देरी को लेकर उन्होंने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना भी की।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है। इस याचिका पर केंद्र सरकार ने विरोध जताते हुए इसे शहरी एलीट विचार बताया है। साथ ही कहा इस पर संसद को कानून बनाने अधिकार है। शीर्ष अदालत ने बुधवार को सुनवाई के दौरान कहा था, “राज्य किसी व्यक्ति के साथ उनकी यौन विशेषताओं के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता है, जिस पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है।”

“हर किसी को अपना जीवनसाथी चुनने का अधिकार”

TMC नेता ने समलैंगिक विवाह पर बात करते हुए कहा, “मामला कोर्ट में है। इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। लेकिन मुझे लगता है कि प्यार का कोई धर्म, जाति या पंथ नहीं होता। अगर मैं एक पुरुष हूं और एक पुरुष से प्यार करता हूं और अगर एक महिला हूं और महिला से प्यार करती हूं। तो हर किसी को प्यार करने का अधिकार है। हर किसी को अपना जीवनसाथी चुनने का अधिकार है, चाहे वह पुरुष हो या महिला।”

सरकार ने सभी राज्यों को लिखा पत्र

इस मामले को लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखा है। जिसमें सभी से 10 दिनों में राय देने को कहा है। अदालत में केंद्र ने शपथपत्र देकर कहा है कि राज्यों की राय जानना भी जरूरी है। साथ ही इस पर पार्टी बनाने का आग्रह किया है। अभिषेक बनर्जी ने इसे मामले में केंद्र के पूछे गए सवाल को टाल-मटोल करने की कोशिश का आरोप लगाया।

बनर्जी ने केंद्र पर लगाया टालमटोल का आरोप

अभिषेक बनर्जी ने कहा, “केंद्र जानबूझकर इस मामले में देरी कर रहा है। यह तरीका अकारण की मामले को लटकाए रखता है। अगर वे राय लेने के बारे में गंभीर होते तो पिछले सात वर्षों में ऐसा कर सकते थे। वे इस मामले में बिना किसी वजह के टालमटोल करना चाहते हैं।”

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