इंडिया न्यूज, New Delhi News। India News Gwalior Manch : इंडिया न्यूज ग्वालियर मंच पर कृषि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि “कृषि क्षेत्र हमारे देश के व्यापक क्षेत्र है। कृषि अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। जब-जब आर्थिक परिस्थितियां देश के सामने कड़ी हुईं तब-तब कृषि क्षेत्र ने हिंदुस्तान का साथ दिया।
पिछले साल कोरोना काल में देश और दुनिया की अर्थवयवस्था थम गई थी, लेकिन कृषि क्षेत्र ने कोरोना के चरम पर भी हार नहीं मानी और फसलों की कटाई की, जिसमें सरकार ने भी किसानों का साथ दिया।
आजादी के समय जीडीपी में 50 प्रतिशत योगदान कृषि का था
सरकार ने किसानों की फसलों की खरीद की। बाकी सभी क्षेत्र में काम करना आवश्यक है लेकिन कृषि के क्षेत्र में सरकारों को ज्यादा ध्यान देना चाहिए। कृषि क्षेत्र में निजी निवेश के दरवाजे नहीं खुले थे। साल 1947 में जब देश आजाद हुआ था तब जीडीपी में 50 प्रतिशत योगदान कृषि क्षेत्र का था, लेकिन धीरे-धीरे दूसरे क्षेत्रों में बढ़ रहे निवेश और लगातार उनमें हो रहे सुधारों की वजह से कृषि क्षेत्र पीछे रह गया था।
वर्ष 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए तब सबसे पहले उनकी प्राथमिकता कृषि क्षेत्र में सुधार करना था। साल 2015 में पीएम ने कहा था कि 2022 तक किसान की आए दोगुनी हो इस पर काम करना चाहिए।
पीएम ने बनाई किसान सम्मान निधि योजना
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि “इस उद्देश्य को संभव बनाने के लिए पीएम मोदी ने योजनाएं बनाईं और उनके लिए फंडिंग की व्यवस्था भी की। पीएम मोदी ने सबसे पहले ‘किसान सम्मान निधि योजना’ बनाई। जिसके अंतर्गत प्रत्येक किसान को सालाना 6 हजार रुपए दिए जाते हैं। अभी तक साढ़े 11 करोड़ किसानों को लगभग 2 लाख 3 हजार करोड़ रुपए सीधे उनके खाते में डाले गए हैं।”
नई पीढ़ी को कृषि की तरफ आकर्षित करना जरुरी
कृषि मंत्री ने कृषि कानून पर कहा कि “अगर कृषि कानून सही समय पर लागु हो जाते तो कृषि के क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन आता, क्योंकि कानून में सिर्फ 2 चीजें थीं। पहली अगर मंडी टैक्स की समाप्ति हो जाए तो एक राज्य से दूसरे राज्य में कृषि उत्पाद बेरोक-टोक जा सके। ये कानून सिर्फ मंडी के टैक्स को समाप्त करता था, ना कि मंडी को। किसान मुनाफे में आए और नई पीढ़ी भी कृषि की तरफ आकर्षित हो। इसलिए पीएम ने एमएसपी को डेढ़ गुना किया।”
लम्पी वायरस के खिलाफ वैक्सीन तैयार
देश में जानवरों में फैली लम्पी महामारी पर कृषि मंत्री ने कहा कि “लम्पी महामारी एक चिंता का विषय है। इस बीमारी के खिलाफ जंग में सरकार का पशु विभाग भी शामिल हो गया है। इसके लिए दवाई को ज्यादा मात्रा में बनाया जा रहा है। साथ ही हर राज्य को उसकी मांग के अनुसार दवाई की आपूर्ति करवाई जा रही है।
आईसीआर हिसार कर रहा ट्रायल
आईसीआर हिसार ने लम्पी वायरस के खिलाफ वैक्सीन तैयार कर ली है। आईसीआर अभी ट्रायल फेस में इस वैक्सीन को बना रहा है। इस वैक्सीन को जयादा मात्रा में बनाने के लिए मैंने और पशुपालन मंत्री जी ने सम्बंधित विभागों के साथ बातचीत की है। वैक्सीन विस्तार के लिए बहुत जल्द मंजूरी मिलने वाली है।”
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