India News (इंडिया न्यूज), Union Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रिकॉर्ड सातवीं बार केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बडट से एक दिन पहले आज 22 जुलाई, सोमवार को दोपहर 2:30 बजे आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। जिसकी चर्चा बहुत हो रही है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि ये बजट से एक दिन पहले क्यों पेश किया जाता है। इसका जवाब इतिहास में छुपा है। चलिए नजर डालते हैं।

  • आर्थिक सर्वेक्षण क्या है?
  • 1 दिन पहले क्या होता है आर्थिक सर्वे की परंपरा
  • वास्तविक बजट के स्वर और बनावट

आर्थिक सर्वेक्षण क्या है?

वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा तैयार और मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में तैयार किया गया, बजट-पूर्व दस्तावेज़ अर्थव्यवस्था की स्थिति और 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के विभिन्न संकेतकों और चालू वर्ष के लिए कुछ दृष्टिकोण प्रदान करता है।

अर्थव्यवस्था सर्वेक्षण दस्तावेज़ मंगलवार को पेश किए जाने वाले 2024-25 के वास्तविक बजट के स्वर और बनावट के बारे में भी कुछ जानकारी दे सकता है।

1 दिन पहले क्या होता है आर्थिक सर्वे की परंपरा

आपको बता दें कि सबसे पहले आर्थिक सर्वे 1950-51 में पेश हुआ था। साल 1964 में बजट से एक दिन पहले इसे प्रस्तुत करने की परंपरा की शुरुआत हुई। इससे देश की जनता को न केवल अर्थव्यवस्था की कैसी सही स्थिति चल रही है इसका पता चलता है बल्कि कौन -कौन सी चुनौतियां हैं जिसे सरकार दूर करने में लगी है या कर चुकी उसके बारे में सर्वे में उल्लेख किया जाता है।

2022 में, केंद्रीय विषय ‘एजाइल अप्रोच’ था, जिसमें कोविड-19 महामारी के झटके के लिए भारत की आर्थिक प्रतिक्रिया पर जोर दिया गया था। 2023 में, यह ‘रिकवरी पूरी’ होगी, जब अर्थव्यवस्था महामारी से प्रेरित संकुचन, रूसी-यूक्रेन संघर्ष और मुद्रास्फीति से व्यापक आधार पर रिकवरी करेगी और महामारी-पूर्व विकास पथ पर चढ़ेगी। आ

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