India News (इंडिया न्यूज),Dharmendra Pradhan’s father passes away:केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री देबेंद्र प्रधान का सोमवार को निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ भाजपा नेता देबेंद्र प्रधान के परिवार में 2 बेटे हैं। इनमें धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल हैं, जो पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री हैं।

कई नामी हस्तियों ने जताया शोक

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नामी हस्तियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री देबेंद्र प्रधान के निधन पर शोक जताया। देबेंद्र प्रधान 3 बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और सोमवार को उन्होंने नई दिल्ली में 3 मूर्ति लेन स्थित अपने बेटे के आधिकारिक आवास पर अंतिम सांस ली।

1980 के दशक में की राजनीतिक पारी की शुरुआत

पेशे से डॉक्टर देबेंद्र प्रधान ने 1980 के दशक में ओडिशा के तालचेर से एक कार्यकर्ता के तौर पर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। देबेंद्र 1988 में पहली बार भाजपा की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष चुने गए और 1993 तक लगातार दो कार्यकाल तक अध्यक्ष रहे। वर्ष 1995 में वे एक बार फिर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर लौटे और 1997 तक राज्य में पार्टी की कमान संभाली।1998 के लोकसभा चुनाव में देबेंद्र प्रधान ने देवगढ़ संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ​​1999 में वे एक बार फिर सांसद चुने गए।

राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने जताया शोक

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता देबेंद्र प्रधान के निधन से मुझे दुख हुआ है। मैं उन्हें कई सालों से जानती थी। इस वजह से मुझे जनसेवा के प्रति उनके समर्पण और ओडिशा और देश के विकास में उनके योगदान को देखने का भी मौका मिला। केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे धर्मेंद्र प्रधान, अन्य परिवार के सदस्यों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”

प्रधानमंत्री मोदी ने भी देबेंद्र प्रधान के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और ओडिशा में पार्टी को मजबूत करने के उनके अथक प्रयासों की प्रशंसा की। मोदी ने ट्विटर पर कहा, “डॉ. देबेंद्र प्रधान ने एक मेहनती और विनम्र नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने ओडिशा में भाजपा को मजबूत करने के लिए कई प्रयास किए। मैं उनके निधन से दुखी हूं। मैं उनसे आखिरी बार मिलने गया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। ओम शांति।”

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