India News (इंडिया न्यूज), Uttar Pradesh Politics: भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में अपेक्षित सीटें नहीं मिलीं। जिसके बाद पार्टी की अंदरूनी कलह सामने आने लगी। इस कलह को लेकर दिल्ली और लखनऊ में बैठकों का दौर जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार (26 जुलाई) को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यह मुलाकात यूपी सदन में हो रही है। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे। साथ ही सीएम योगी नीति आयोग की बैठक में भी शामिल होंगे। वहीं यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी नीति आयोग की इस बैठक में शामिल होंगे। ये लोग भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
पूरी तैयारी के साथ दिल्ली पहुंचे सीएम योगी
बता दें कि, पिछले कुछ सप्ताह से यूपी की राजनीति या यूं कहें कि प्रदेश भाजपा में काफी उथल-पुथल मची हुई है। लोकसभा चुनाव में मिली कम सीटों को लेकर समीक्षा बैठक के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के करीब 200 नेताओं से बात कर फीडबैक लिया है। जिसमें विधायक, पूर्व विधायक, सांसद और संगठन से जुड़े कई लोग शामिल हैं। जब वह पीएम मोदी से मिलेंगे तो उन्हें प्रदेश के मौजूदा हालात से अवगत कराएंगे। साथ ही आने वाले दिनों में प्रदेश में उपचुनाव भी होने हैं, उसकी तैयारियों का ब्योरा भी देंगे।
हरिद्वार में लिया जा रहा जजिया कर! सपा सांसद ने सदन में BJP पर साधा निशाना
योगी-मौर्य के बीच सबकुछ नही है ठीक!
बता दें कि, योगी आदित्यनाथ का दिल्ली दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब भाजपा में चल रही सरकार बनाम संगठन की बहस के चलते उथल-पुथल मची हुई है। लखनऊ में 14 जुलाई को भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि संगठन’ सरकार से बड़ा था, है और रहेगा। इसी बैठक में योगी ने कहा था कि अति आत्मविश्वास के कारण पार्टी अपेक्षित नतीजे हासिल करने से दूर रही। वहीं मुख्यमंत्री के साथ बढ़ते मतभेदों की अटकलों के बीच केशव प्रसाद मौर्य ने राज्य मंत्रिमंडल की कुछ बैठकों में भाग नहीं लिया था। इसके अलावा कार्यकारिणी की बैठक के बाद उन्होंने नई दिल्ली में नड्डा से मुलाकात की। यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी नई दिल्ली में नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
कमला हैरिस को मिला Barack Obama का समर्थन, दिलचस्प मोड़ पर पहुंचा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव