India News (इंडिया न्यूज), Uttar Pradesh: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक महिला से बलात्कार के आरोपी दो लोगों ने सोमवार (8 जुलाई) की रात उसके घर में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी की। जिसमें महिला की मां की मौत हो गई और परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक ने आत्महत्या कर ली। यह हमला बलात्कार मामले में दो आरोपियों के जमानत पर रिहा होने के दो महीने से भी कम समय बाद हुआ। महिला के परिवार ने बताया कि उन्होंने पिछले सप्ताह पुलिस से संपर्क किया था और आरोप लगाया था कि दोनों आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। पीड़िता ने कहा कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
पुलिस के अनुसार, आरोपी 20 वर्षीय महिला के घर में .312 और .315 बोर की देशी राइफल और धारदार हथियार लेकर घुसे थे। उनके साथ एक तीसरा साथी भी था। पुलिस के अनुसार, उनमें से एक ने उस कमरे में गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें महिला और उसके परिवार के छह सदस्य सो रहे थे। इस गोलीबारी में महिला की मां की मौत हो गई और उसके पिता और दो बहनें घायल हो गईं। पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ रेंज) प्रशांत कुमार ने कहा कि पीड़िता के परिवार की शिकायत पर फतेहपुर चौरासी पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में कहा गया है कि हमला पहले से ही योजनाबद्ध था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फरार लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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घायलों के हालत स्थिर
महिला के पिता और 24 वर्षीय बहन को इलाज के लिए कानपुर के एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि उसकी 12 वर्षीय बहन का स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमलावरों में से एक ने महिला के घर के पास खुदकुशी कर ली। उन्होंने बताया कि मृतक आरोपी के मोबाइल से एक वीडियो बरामद हुआ है। जिसमें उसने कथित तौर पर कहा था कि वह शिकायतकर्ता और उसके परिवार को जान से मारने जा रहा है, क्योंकि उसे बलात्कार के मामले में झूठा फंसाया गया है। वहीं अन्य दो हमलावर फरार हैं।दरअसल, महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पिछले साल अगस्त में सामूहिक बलात्कार के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जमानत मिलने के बाद वे 10 मई को जेल से बाहर आए।
लापरवाह है यूपी पुलिस
बता दें कि इस हमले में बची बलात्कार की शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके पिता ने बलात्कार के आरोपियों द्वारा संभावित हमले की आशंका जताते हुए 3 जुलाई को फतेहपुर चौरासी पुलिस से संपर्क किया था। उसने कहा कि पुलिस ने उन्हें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत कुमार ने पुलिस की ओर से गंभीर चूक की बात स्वीकार की। साथ ही कहा कि दोषी अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि सफीपुर सर्कल अधिकारी माया राय घटना की जांच करेंगी और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करेंगी।