वंदे भारत की सफलता के बाद देश के बड़े शहरों में अब रेलवे वंदे मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है। आम बजट 2023-24 पेश किए जाने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी कई बड़े ऐलान किए हैं। बता दें कि बजट में रेलवे के लिए अब तक का सबसे बड़ा आवंटन 2.40 लाख करोड़ रुपए किया गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी बजट पेश करते हुए यह ऐलान किया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि अब रेलवे 2024-25 तक वंदे मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करेगा।

वंदे भारत जैसी होंगी सुविधाएं

वंदे मेट्रो ट्रेन की सुविधाएं वंदे भारत जैसी ही होंगी। इंजन पूरी तरह हाइड्रोजन बेस्ड होगा, जिसके कारण प्रदूषण जीरो होगा। इसी तरह वंदे भारत ट्रेन की तरह आधुनिक ब्रेक सिस्टम, रेड सिग्नल ब्रेक करने से रोकने के लिए कवच सेफ्टी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर, फायर सेंसर, जीपीएस, एलईडी स्क्रीन उपलब्ध होगी, जो यात्रियों को अगले स्टेशन के बारे में पहले ही सूचित करती रहेंगी। इस ट्रेन का किराया बहुत अधिक नही होगा, ताकि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी सफर कर सकें।

वंदे मेट्रो ट्रेन चलने से आम लोगों को क्या फायदा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बयान में कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेन को बड़े शहरों में चलाया जाएगा। इसके अलावा, इसे कम दूरी वाले दो शहरों के बीच भी चलाया जा सकता है। वंदे मेट्रो ट्रेन की मदद से लोग अपने घर और ऑफिस जल्द पहुंच पाएंगे। इससे ट्रैफिक को भी कम करने में भी मदद मिलेगी।

दिसंबर 2023 में चलेगी हाइड्रोजन ट्रेन

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2.40 लाख करोड़ रुपये का ये रेल बजट गैप को भरेगा और 800 करोड़ यात्रियों के जरूरतों को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेनों का चलना शुरू हो जाएगा। इसे सबसे पहले कालका—शिमला रूट पर चलाया जाएगा। इसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा।