India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Pradesh, शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग की तरफ से पहले की भारी से भारी बारिश की चेतावनी राज्य के लिए दी गई थी। अब राज्य में हालात चिंताजनक हो चुके है। राज्य के मंडी जिले समेत कई जिलों में शनिवार रात से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कालका- शिमला हाईवे पर शनिवार-रविवार की रात को 12 बजे लैंडस्लाइड की घटना हुई। अब इस हाईवे को एक तरफ से खोल दिया गया है।
वही बारिश के कारण शिमला-धर्मशाल हाइवे भी बंद करना पड़ा। इसे NH205 के नाम से भी जाना जाता है। बिलासपुर में दगसेच मंदिर के पास भारी कारण के कारण पहाड़ी धंस गई जिसके कारण पांच मकानों के नुकसान की खबर है। 2 ट्रक और एक कार भी नुकसान हुआ है। राज्य के पालमपुर में भारी बारिश के कारण कई पेड़ गिरे है। राज्य सरकार फिलहाल नुकसान का आकलन कर रही है।
मंडी जिले में तो बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। यहां पर पहाड़ी के एक हिस्सा टूट कर चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर गिर गया। जिले में ब्यास नदी उफान पर बह रही है। डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने भी शनिवार को नुकसान का जायजा लिया और एनएचएआई व केएमसी कंपनी को स्थिति सामान्य होने पर त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि मलबा बहुत अधिक मात्रा में आने के कारण हाईवे को बहाल कर पाना संभव नहीं है। मौसम साफ होते ही मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है।
24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संयुक्त संख्या 223 तक पहुंच गई है। “हिमाचल प्रदेश में अब तक 223 लोगों की जान जा चुकी है और 295 घायल हुए हैं। 800 से अधिक घर पूरी तरफ से बर्बाद हो गए है। जबकि अन्य 7500 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हिमाचल के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की तरफ से यह जानकारी दी गई।
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