Vibhav: भारतीय सेना के खेमे में शामिल हुए 600 स्वदेशी एंटी-टैंक माइन, विभव नाम से जाना जाएगा एंटी-टैंक

India News,(इंडिया न्यूज)Vibhav: भारतीय सेना की एक बड़ी उपलब्धि सामने आई है। जहां भारतीय सेना में 600 स्वदेशी स्व-निष्क्रिय एंटी-टैंक माइन शामिल हुए हैं। जिनको विभव नाम से जाना जाएगा। इसकी खासियत है कि, यह दुश्मन के किसी भी बख्तरबंद वाहन को तबाह कर सकता है। मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, ये एंटी-टैंक माइन नए जमाने के प्लास्टिक से बनी है, जो इसे अलग-अलग क्षेत्र की स्थितियों में भंडारण, हैंडलिंग और संचालन की आवश्यकताओं का सामना करने के लिए पर्याप्त ताकत और स्थायित्व प्रदान करती है।

अधिकारी ने दी जानकारी

इस एंटी-टैंक के बारे में जानकारी देते हुए सेना के एक अधिकारी ने बताया कि, इसका उत्पादन पूरा हो चुका है। सेना के बेड़े में शामिल किया गया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने इसे तैयार किया है। पूरी तरह से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया विभव एक पॉइंट-अटैक एंटी-टैंक गोला-बारूद है। इससे दुश्मन के सभी बख्तरबंद वाहनों को नष्ट किया जा सकता है। इसका डिजाइन ऐसा है कि विभिन्न स्थितियों में संचालन की आवश्यकताओं का सामना करने के लिए पर्याप्त ताकत और स्थायित्व है।

जानिए क्या है इसकी खासियत

अब आपको इस एंटी-टैंक के खासियत के बारे में बताएं तो ये टैंक युद्ध सामग्री में एक इलेक्ट्रॉनिक एंटी-हैंडलिंग और एंटी-लिफ्ट डिवाइस भी शामिल है जो एक बार हथियारबंद होने के बाद 120 दिनों तक सक्रिय रहता है। इसके निर्माण में तीन बदलाव किए गए हैं। इसमें अब मैकेनिकल टाइमर हैं। इस कारण 120 दिनों के बाद यह स्व-निष्क्रिय हो जाएगा। यह पहले की खदानों में उपलब्ध नहीं था। भारतीय सेना के लिए कल्याणी ग्रुप द्वारा युद्ध सामग्री का उत्पादन किया जा रहा है। इसकी भंडारण अवधि 10 साल है और इसमें भंडारण की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है।

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