India News (इंडिया न्यूज),(कनिका कटियार ), Vidhan Sabha Election:   लोकसभा चुनावों के परिणामों से उत्साहित कांग्रेस 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले नए सिरे से खुद को तैयार करने में जुटी है। इसको लेकर दिल्ली के 24 अकबर रोड (कांग्रेस मुख्यालय) में लगातार बैठकों का दौर जारी है। इस साल झारखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं, और इसको लेकर इंडिया गठबंधन बेहद उत्साहित है। ऐसे में पार्टी न सिर्फ लोकसभा चुनावों की इन राज्यों में समीक्षा कर रही है बल्कि विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने में अभी से जुट गई है।

लोकसभा चुनाव के परफॉर्मेंस से नाराज है कांग्रेस

बीते सोमवार को सबसे पहले झारखंड को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, राहुल गांधी और KC वेणुगोपाल ने राज्य प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश नेताओं के साथ बैठक की। सूत्रों का दावा है कि हाईकमांड कांग्रेस लोकसभा चुनाव के परफॉर्मेंस से नाराज है।  कांग्रेस अब लोकसभा की गलती विधानसभा में नहीं दोहराना चाहती है।

सुधार में जुटी पार्टी

सोमवार को हुई बैठक में हाईकमान ने इसको लेकर बड़े नेताओं को निर्देश भी दिए। झारखंड में मुख्य फोकस सरकार की उपलब्धियों और नॉन आदिवासी सीटों पर रहेगा जहां पार्टी को लोकसभा में जीत नहीं मिली है। पार्टी का फोकस अब नॉन आदिवासी इलाकों में रहेगा। आने वाले दिनों में यहां अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी यहां ज्वाइंट रैली और कार्यक्रम भी करेंगे। झारखंड की 81 सीटों के लिए इसी साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं और इसको लेकर पार्टी अभी से सुधार में जुट गई है।

गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी विधानसभा चुनाव

मंगलवार को महाराष्ट्र को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने राज्य के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, हालांकि महाराष्ट्र में पार्टी ने बेहतर प्रदेशन किया है ऐसे में ये बैठक सकारात्मक माहौल में हुई है। लेकिन आलाकमान विधानसभा चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहता इसलिए अभी से ही वॉर रूम को सक्रिय रहने और नेताओं को प्रदेश में डटे रहने की हिदायत दी गई।

सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राज्य के नेताओं को स्पष्ट आदेश दिया है कि आने वाला विधानसभा चुनाव पार्टी गठबंधन के साथ ही लड़ेगी, ऐसे में वो सीट बटवारे या बाकी मुद्दों को आलाकमान पर छोड़ जनता के बीच जाएं।  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाराष्ट्र के नेताओं से कहा कि जल्दी ही महाराष्ट्र को लेकर घटक दलों की एक कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई जाए और संयुक्त रणनीति पर काम हो।

एक बड़ा मकसद यह भी बताया जाता है कि मीडिया के सामने जो भी रुख या लाइन सामने आए, वह किसी एक दल की न होकर गठबंधन की होनी चाहिए। कांग्रेस से जुड़े उच्च सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में पार्टी के कुछ नेताओं ने गठबंधन के सहयोगी शिवसेना और एनसीपी को लेकर कुछ मुद्दों पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि हमें लोकसभा चुनाव में कम सीटें दी गईं है लेकिन उनसे कह दिया गया यह कोई बड़ी बात नहीं है इस पर बाद में बात होगी।

सूत्र ये भी दावा कर रहे हैं कि राहुल गांधी ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि वो ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ें, हम सब की पहली प्राथमिकता बीजेपी को हराओ होना चाहिए। सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में 115 सीटों के आसपास लड़ना चाहती है, राहुल गांधी आने वाले कुछ दिनों में पंडरपुर में होने वाली यात्रा में शामिल होंगे।

आज हरियाणा को लेकर कांग्रेस की बड़ी बैठक है, हरियाणा में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन वहां नेताओं के बीच आपसी खींचतान से पार्टी चिंतित हैं, पार्टी की बड़ी नेता किरण चौधरी ने अलविदा कहा वहीं अभी भी भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा- रणदीप सुरजेवाला गुट के बीच मतभेद हैं। ऐसे में आज रणनीति बनाई जायेगी कि कैसे गुटबाजी से उबरा जाए.

चुनौती

महाराष्ट्र: महाविकास आघाड़ी में सीट बटवारा बड़ी चुनौती,
हरियाणा: पार्टी के भीतर गुटबाजी भारी
झारखंड: पार्टी गैर-आदिवासी इलाकों की पांचों लोकसभा सीट पर बुरी तरह हार गई है, अब विधानसभा चुनाव में इस तस्वीर को बदलने की कोशिश