(इंडिया न्यूज) Tripura Assembly polls: त्रिपुरा में आज यानी गुरुवार को वोटिंग शुरू हो चुकी है। 20 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला आज ईवीएम में बंद हो जाएगा। बता दें कि त्रिपुरा की कुल 60 विधानसभा सीटों पर 28 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें 14 लाख से अधिक पुरुष और करीब उतने की महिला मतदाता हैं। 60 विधानसभा सीटों पर कुल 3,337 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जहां सुरक्षाबलों के पुख्ता इंतजाम के बीच गुरुवार सुबह 8 बजे से ही मतदान जारी है। मतगणना की तारीख चुनाव आयोग की ओर से 2 मार्च को तय की गई है।
- 60 विधानसभा सीटों पर 28 लाख से ज्यादा मतदाता
- 20 महिलाओं समेत कुल 259 उम्मीदवार मैदान में
- 2 मार्च को आएंगे नतीजे
- सीएम माणिक साहा नगर बोरोदावली से उम्मीदवार
5 चुनावी पार्टियां मैदान में
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने 55 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि आईपीएफटी छह सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने 12 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। वहीं वाम मोर्चा 47 सीटों पर और कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। तृणमूल कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और 58 निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
सीएम मणिक साहा का मुकाबला कांग्रेस के आशीष कुमार साहा से
मुख्यमंत्री माणिक साहा नगर बोरोदावली से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने आशीष कुमार साहा को मैदान में उतारा है। माणिक साहा ने पिछले साल मई में बिप्लब कुमार देब की जगह मुख्यमंत्री का पद संभाला था। चारिलम सीट से उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। त्रिपुरा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य बनमालीपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था। माकपा के राज्य महासचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
बीजेपी ने धनपुर सीट से केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को मैदान में उतारा है। भौमिक केंद्रीय मंत्री बनने वाली त्रिपुरा की पहली और पूर्वोत्तर की दूसरी महिला हैं। टिपरा मोथा ने इस सीट पर भौमिक के खिलाफ अमिय दयाल नोतिया को उतारा है। बीजेपी ने राधाकिशोरपुर सीट से मौजूदा विधायक प्रणजीत सिंह रॉय को मैदान में उतारा है. उन्हें सीपीआई-एमएल के पार्थ कर्मकार के खिलाफ खड़ा किया गया है।