India News(इंडिया न्यूज),Wayanad: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पार्टी में प्रियंका गांधी की भूमिका बढ़ गई है। प्रियंका गांधी जो पहले इंडिया ब्लॉक मीटिंग में शामिल नहीं हुई थीं, नतीजों के एक दिन बाद 5 जून को हुई मीटिंग में मौजूद थीं। उन्हें खड़गे के आवास पर मीटिंग में शामिल होते देखा गया। हालांकि, उनके करीबी सूत्रों ने कहा है कि अगर उनके भाई और पार्टी नेता राहुल गांधी वायनाड से सीट छोड़ते हैं, तो वह अभी यह तय नहीं कर पाई हैं कि वह वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी या नहीं।
इसके साथ ही इस मामले में सूत्रों का कहना है कि वह यूपी पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं, ताकि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली बढ़त को आगे बढ़ाया जा सके, क्योंकि उसने 17 सीटों में से 6 पर जीत हासिल की थी। राहुल गांधी और केएल शर्मा की जीत सुनिश्चित करने के लिए रायबरेली और अमेठी में उनके अभियान ने पार्टी में कई लोगों को प्रभावित किया है।
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राहुल गांधी लेंगे फैसला
अपने परिवार पर किए गए व्यक्तिगत हमलों पर भाजपा और पीएम मोदी पर उनके जवाबी हमले ने जनता से जुड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राहुल गांधी आज रायबरेली सीट को बरकरार रखने के बारे में आधिकारिक रूप से अपना फैसला लेंगे। वहीं जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार, यह किसी व्यक्ति को अधिकतम दो निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने की अनुमति देता है।
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हालांकि, उम्मीदवार केवल एक सीट ही बरकरार रख सकता है और उसे नतीजों के 14 दिनों के भीतर दूसरी सीट से इस्तीफ़ा देना होगा। यदि कोई सदस्य एक सीट से इस्तीफ़ा देने में विफल रहता है, तो वह दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से हार सकता है।