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We Women Want: आखिर क्‍यों महिलाओं को टारगेट किया जाता है, देखिए ये एपिसोड

Sameer Saini • LAST UPDATED : July 29, 2022, 4:55 pm IST
  • एसिड अटैक पीड़ितों ने समाज को दिखाया आईना

इंडिया न्यूज़, We Women Want: इस हफ्ते वी वीमेन वांट पर एसिड अटैक पीड़ितों ने समाज के सामने अपनी बात रखी। अपनी कहानियों के जरिए उन्‍होंने अपने दर्द को बयां किया और बताया कि कैसे उन्‍हें टारगेट किया गया। इस दौरान आईटीवी नेटवर्क की सीनियर एग्‍जीक्‍यूटिव एडिटर प्रिया सहगल ने एसिड अटैक की शिकार हुई युवतियों से खुलकर बातचीत की। यह कार्यक्रम न्यूज़एक्स पर हर शनिवार शाम 7:30 बजे प्रसारित होगा।

फराह की दर्दनाक कहानी

शो में फराह खान से शुरुआत होती है। उन पर 2019 में उनके तलाक के बाद उनके पूर्व पति ने हमला किया था। तीन साल जेल में रहने के बाद उन्होंने दोबारा शादी की, जबकि फराह अभी भी अपनी अंदरूनी और बाहरी चोटों से जूझ रही हैं। राज्य सरकार की ओर से 5 लाख के मुआवजे से मदद तो मिली लेकिन यह स्पष्ट रूप से पर्याप्त नहीं था। जैसा कि उत्तरजीवी हमें बताते हैं कि प्रत्येक उपचार में लगभग एक लाख का खर्च आता है और विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।

प्रमोदिनी पर इसलिए हुआ हमला

इसके अलावा शो में प्रमोदिनी राउत भी थीं। उन पर 16 साल की उम्र में एक पैरा मिलिट्री सिपाही ने हमला किया था। जिसके प्रस्‍ताव को उन्होंने ठुकरा दिया था। उन्होंने चार साल बिस्तर पर बिताए, उनकी आंखों की रोशनी चली गई और अब भी उनके पास केवल आंशिक दृष्टि है। लेकिन वह भाग्यशाली थी कि उसे प्यार मिला और अब उसकी शादी सरोज से हो गई है। जिससे वह अस्पताल में मिली थी।

15 वर्ष में शिकार हुई अंशु

एक अन्य पैनलिस्ट अंशु राजपूत हैं, जिस पर उस समय हमला किया गया था। जब वह केवल 15 वर्ष की थी, एक 55 वर्षीय व्यक्ति ने, जिसे वह दादा की तरह मानती थी। जब उसने उसकी बात ठुकरा दी तो वह रात होते ही उसके घर में घुस आया और उस पर तेजाब फेंक दिया।

संपत्ति विवाद में रितु से बदला लिया

ऐसे ही रितु सैनी हैं, जो 10वीं कक्षा में थीं, जब एक संपत्ति विवाद को लेकर उन पर हमला किया गया था। वे अपनी उस पीड़ा के बारे में बात करते हैं जो न्याय पाने के लिए दौड़ने से लेकर अस्पतालों और अदालतों तक फैली हुई थी। वे यह भी शोक करते हैं कि उनके हमलावरों को केवल सात साल की सजा दी जाती है- और जैसा कि वे कहते हैं कि एक डरावनी तुलना दूसरे से नहीं की जा सकती है, उन्हें लगता है कि उनकी दुर्दशा बलात्कार पीड़ितों की तुलना में बदतर है क्योंकि वे जिस चीज से गुजरते हैं वह शारीरिक है, मानसिक और स्थायी यातना।

उनमें से कुछ भाग्यशाली हैं जिन्हें प्यार मिला है, कुछ को चाणव फाउंडेशन जैसे संगठनों द्वारा मदद मिली है जो अपने स्टॉप एसिड अटैक अभियान के माध्यम से कुछ सराहनीय काम कर रहे हैं। कुछ लोगों को शीरोज कैफे श्रृंखला में रोजगार मिला है जो एसिड अटैक सर्वाइवर्स को आजीविका के साधन के साथ मदद करती है। सभी बाधाओं के खिलाफ उनकी भावना सबसे अलग थी। और यही वह भावना है जिसे हम वी वीमेन वांट में अपनाते हैं, एक ऐसा शो जो महिलाओं और महिलाओं के लिए है।

न्‍यूजएक्‍स पर देखिए ‘वी वीमेन वांट’

न्यूज़एक्स पर हर शनिवार शाम 7:30 बजे ‘वी वीमेन वांट’ के ताज़ा एपिसोड देखें। कार्यक्रम को प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म- डेलीहंट, ज़ी5, एमएक्स प्लेयर, शेमारूमी, वाचो, मज़ालो, जियो टीवी, टाटा प्ले और पेटीएम लाइवस्ट्रीम पर भी लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।

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