India News (इंडिया न्यूज़), West Bengal: पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच राजनीति तेज है। राज्य में दोनों पार्टियां एक दूसरे के आमने-सामने रहती है। शनिवार 10 जून को कोलकाता में ठाकुरबारी मंदिर के बाहर तनाव बढ़ गया यहां 200-250 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी को मंदिर परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया।

इसको लेकर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि यह पवित्र भूमि किसी की संपत्ति नहीं है, बल्कि एक मंदिर है, जो सभी जाति, पंथ या धर्म के लिए खुला है। शांतनु ठाकुर और अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने आज अपनी गतिविधियों के माध्यम से ठाकुरबाड़ी मंदिर को अपवित्र कर दिया। लोग निकट भविष्य में इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।

बीजेपी पर लगाएं आरोप

उन्होंने बीजेपी पर महिला श्रद्धालुओं को प्रताड़ित करने के साथ मतुआ समुदाय के पवित्र स्थान का अनादर करने का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी नेताओं ने महिलाओं पर हमला करने के लिए केंद्रीय बलों का उपयोग किया।बीजेपी ने हमेशा धर्म आधारित राजनीति की है और लोगों की बेहतरी की कभी परवाह नहीं की है। धर्म लोगों के घरों तक ही सीमित होना चाहिए।

अभिषेक बनर्जी ने बनगांव से बीजेपी सांसद एवं केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा मतुआ लोगों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों को भूलकर दिल्ली में अपने पार्टी आकाओं को खुश करने का आरोप लगाया।

हरिचंद ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित की

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने ठाकुरबाड़ी के मुख्य मंदिर में ताला बंद होने के बाद पास के एक मंदिर में मतुआ संप्रदाय के संस्थापक हरिचंद ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह अपने समर्थकों के साथ ठाकुरबाड़ी में जबरन प्रवेश कर सकते थे लेकिन वह किसी भी टकराव से बचना चाहते थे। उन्होंने कहा कि हरिचंद ठाकुर मंदिर का शांतनु ठाकुर और उनके साथियों द्वारा अनादर किया गया है।