India News (इंडिया न्यूज),Atishi:आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक दल ने उन्हें अपना नया नेता चुना है। आतिशी फिलहाल अरविंद केजरीवाल कैबिनेट का हिस्सा थीं। उन्होंने पीडब्ल्यूडी से लेकर राजस्व तक के अहम मंत्रालय संभाले थे। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद से ही दिल्ली के नए सीएम को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। आतिशी इस रेस में सबसे आगे थीं और आज उनके नाम पर मुहर लग गई है।
किस समुदाय से ताल्लुक रखती हैं आतिशी ?
दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक आतिशी विजय सिंह और मां त्रिप्ता की बेटी हैं। दोनों दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रह चुके हैं और पंजाबी पृष्ठभूमि के राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। 43 वर्षीय आतिशी की शादी समाजसेवी प्रवीण सिंह से हुई है। वह भी राजपूत हैं। दोनों एक-दूसरे को शादी से पहले से जानते थे। इसके बाद वे करीब आए और शादी कर ली।
क्यों बदला उपनाम
आतिशी के माता-पिता ने उनके नाम में कोई उपनाम नहीं जोड़ा बल्कि उनका पूरा नाम ‘आतिशी मार्लेना’ रखा। सरनेम की जगह मार्लेना इस्तेमाल करने की कहानी भी दिलचस्प है। दरअसल, आतिशी के पिता विजय सिंह वामपंथी विचारधारा को पसंद करते थे और मार्क्स और लेनिन से प्रभावित थे। इसीलिए दोनों ने मिलकर अपनी बेटी के नाम के अंत में सरनेम की जगह ‘मार्लेना’ लगा दिया।
सरनेम का विपक्ष ने बनाया मुद्दा
हालांकि, अब आतिशी अपने नाम के साथ कोई सरनेम या उपाधि इस्तेमाल नहीं करती हैं। उन्होंने मार्लेना लिखना भी बंद कर दिया है। दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में जब आतिशी मैदान में उतरीं तो विपक्ष ने उनके नाम को मुद्दा बनाकर उन्हें ईसाई घोषित कर दिया। ‘मार्लेना’ सरनेम की वजह से भी इस तरह का भ्रम पैदा हुआ और सोशल मीडिया पर खूब फर्जी खबरें फैलने लगीं। इसके बाद आतिशी ने अपने नाम के अंत में से मार्लेना हटाने का फैसला किया। अब वह अपना नाम आतिशी ही लिखती और बताती हैं।
स्वाति मालीवाल ने लगाया यह आरोप
दिल्ली की सीएम के तौर पर आतिशी का नाम फाइनल होने के बाद उनके माता-पिता भी सुर्खियों में हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आप की पूर्व नेता स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि आतिशी के माता-पिता ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की पैरवी की थी। आतिशी के पिता विजय सिंह और मां तृप्ता ने अफजल गुरु की दया याचिका (आतिशी मार्लेना पैरेंट्स मर्सी पिटीशन) पर दस्तखत किए थे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस भी छिड़ गई है।