India News (इंडिया न्यूज़),NOTA: लोकसभा का रिजल्ट सामने आ गया है जिसमे NDA को बहुमत मिला है, वहीं इंदौर में मंगलवार को NOTA पर काफी ज्यादा वोट किया जा रहा था। 12:40 बजे ECI के अपडेट के अनुसार, निर्वाचन क्षेत्र में 155,000 से अधिक मतदाताओं ने इस विकल्प को चुना। 14 में से केवल एक उम्मीदवार को अधिक वोट मिले। भाजपा के शंकर लालवानी 918691 वोटों के साथ चार्ट में सबसे आगे रहे। तीसरे सबसे अधिक वोट बसपा के संजय सोलंकी को मिले। इंदौर में मतदान से पहले कांग्रेस ने अपने मतदाताओं से NOTA का विकल्प चुनने का आग्रह किया था। पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बाम ने अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए।
इंदौर में NOTA पर पड़े वोट
बता दें कि, 8वीं बार सीट जीतने वाली पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि, इंदौर में मुख्य विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार के नामांकन वापस लेने के बारे में जानकर मुझे आश्चर्य हुआ… ऐसा नहीं होना चाहिए था। इस घटनाक्रम की कोई आवश्यकता नहीं थी क्योंकि यह दीवार पर लिखा था कि इंदौर में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। उन्होंने पीटीआई से कहा कि, “मैंने उन्हें समझाया कि भाजपा ने इस संबंध में कुछ नहीं किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी अपनी मूल विचारधारा पर कायम है और हमारे उम्मीदवार (लालवानी) मैदान में हैं, इसलिए उन्हें नोटा के बजाय भाजपा को वोट देना चाहिए।
क्या है NOTA ?
बता दें कि, उपरोक्त में से कोई नहीं वोट को NOTA के रूप में जाना जाता है। यह विकल्प मतदाता को मतदान प्रणाली में उम्मीदवारों में किसी को नहीं वोट देना है। इस आधार पर इसे बनाया गया है।
सबसे ज़्यादा नोटा को वोट मिले तो क्या होगा?
अगर ज़्यादातर मतदाताओं ने नोटा विकल्प का इस्तेमाल करना चुना है, तो सबसे ज़्यादा वोट पाने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाएगा।