India News (इंडिया न्यूज), Kanhaiya Mittal:लोकप्रिय गायक कन्हैया मित्तल का नया गीत बंटोगे तो कटोगे सोशल मीडिया पर धमाल मचाए हुए है। अभी अभी गाना आया और महफिल लूटने लगा है। कन्हैया मित्तल कहते हैं कि हमें भी कष्ट रहता है कि हिंदू समाज बंट बंट कर कमजोर होता चला गया औऱ आज राजनेता अपने-अपने फायदे के लिए बस हिंदू समाज में ही बंटवारा करना चाहते हैं।इंडिया न्यूज के एडिटर इन चीफ राणा यशवंत के साथ खास इंटरव्यू में कन्हैया मित्तल कहते हैं कि “मैं कोई राजनेता नहीं हूं, लेकिन सनातती हूं और उसी नाते मुझे मेरे लोगों की चिंता रहती है”।
कैसे दिमाग में आया गाने का आइडिया ?
उन्होने आगे कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट होता है और हिंदू मारे जाते हैं लेकिन हमारे यहां कोई मुल्ला-मौलाना यह नहीं कहता है कि देखो बांग्लादेश में गलत हो रहा है।विरोध करने साधु-सन्यासी ही आते हैं.।इसलिए जब योगी जी ने कहा बंटोगे तो कटोगे और मोदी जी ने भी कहा कि बंटे तो आपके दुश्मन जश्न मनाएंगे तो मुझे लगा इसको लेकर लोगों के बीच मुझे गीत के माध्यम से आना चाहिए.।इसीलिए मैंने यह गीत लिखा औऱ गाया”।
इस गीत से बनाई पहचान
कन्हैया मित्तल 2021 में “जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे” गीत गाया इस गीत ने अयोध्या में राम मंदिर से पहले देश के कोने कोने में अपनी जगह बना ली। लोगों की जुबान पर चढ़ गया और कन्हैया देखते देखते स्टार बन गए।
कारोबार करना चाहते थे कन्हैया
कन्हैया ने कहा कि वे कारोबार करना चाहते थे। गायक तो बस संयोग से बने। दुकान चलाते थे लेकिन लोग खींच खींच कर जगराते में ले जाते थे जिस वजह से ना दुकान चल पाती थी और ना जगराते से घर चल पाता था, क्योंकि तब गाने के पैसे नहीं मिलते थे। बाद में दुकान बंद कर दी और गाना ही गाने का फैसला किया। उन्होने कहा कि तीन बार ऐसा हुआ कि गाना बंद करना पड़ा। मैं खुद से सवाल करता था कि गा कर आखिर मैं क्या कर रहा हूं। हजारों लाखों लोग गाते हैं तो फिर मैं गाकर क्या कर लूंगा? लेकिन शायद नीयति ने मेरे लिए रास्ता तय कर रखा था। मैंने जैसे ही ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाया ऐसा लगा जिंदगी बदल गई। मैंने भी माना कि शायद इसी दिन का मैं इंतजार कर रहा था। ऊपरवाले ने उसके बाद मुझे अपनी सेवा में लगा दिया। यह बंटोगे तो कटोगे भी उसी के चरणों में अर्पित है।आप कन्हैया मित्तल के इस ताजा गाने को यहां सुन सकते हैं।