इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Who Is Al Zawahiri Who Praised Hijab Girl: कर्नाटक के उडुपी जिले के एक स्कूल से शुरू हुआ हिजाब विवाद अभी थमा भी नहीं था कि देश में आतंकी संगठन अलकायदा की चर्चा तेज हो गई। क्योंकि अलकायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें जवाहिरी ने भगवा गमछा ओढ़े लोगों की नारेबाजी के जवाब में ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगाने वाली भारतीय छात्रा ( al qaeda chief praises hijab girl) की तारीफ की है।
तो चलिए जानते हैं क्या है हिजाब मामला (hijab controversy)। अल जवाहिरी कौन है। भारत में अलकायदा की जड़ें कितनी मजबूत हैं। (al-qaeda chief on hijab row) क्यों अमेरिका ने अलकायदा को पकड़ने पर इनाम की घोषणा कर रखी है।
क्या है हिजाब विवाद?
(karnataka hijab row) अक्टूबर 2021 में कर्नाटक के उडुपी जिले के एक स्कूल से शुरू हुआ हिजाब विवाद धीरे-धीरे देशभर में फैल गया। छात्रों ने आरोप लगाया था कि उन्हें सिर पर स्कार्फ पहनकर स्कूल में नहीं आने दिया जा रहा है। वहीं 31 दिसंबर 2021 को छह छात्राओं को हिजाब पहनने के कारण कॉलेज में नहीं जाने दिया गया। इसके विरोध में छात्राओं ने कॉलेज के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध बढ़ता देखकर्नाटक में कानून-व्यवस्था के खिलाफ जो कपड़े हैं उन्हें पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। वहीं 10 फरवरी 2022 को हाई कोर्ट ने अस्थायी रूप से तमाम याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए अस्थायी रूप से सभी तरह धार्मिक कपड़ों के पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
कौन है अल जवाहिरी ? (Who Is Al Zawahiri Who Praised Hijab Girl )
- 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में अयमान अल जवाहिरी का जन्म हुआ था। अरबी और फ्रेंच बोलने वाला जवाहिरी पेशे से सर्जन है। 14 साल की उम्र में वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया था। 1978 में काहिरा विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र की छात्रा अजा नोवारी से शादी की। इसके बाद जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का गठन किया। ये एक ऐसा उग्रवादी संगठन था जिसने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध किया था। उसकी इच्छा थी कि मिस्र में इस्लामिक हुकूमत कायम हो।
- 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के बाद जवाहिरी उन सैकड़ों लोगों में शामिल था, जिन्हें गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया गया। तीन साल जेल में रहने के बाद वह देश छोड़कर सऊदी अरब चला गया। यहां वह मेडिसिन विभाग में प्रैक्टिस करने लगा। सऊदी में अल जवाहिरी की मुलाकात अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन से हुई।
- ओसामा बिन लादेन 1985 में अलकायदा को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान के पेशावर में गया था। इस दौरान अल जवाहिरी भी पेशावर में था। यहीं से दोनों आतंकियों के बीच संबंध मजबूत होने लगा। 2001 में अल जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का अलकायदा में विलय कर लिया। इसी के बाद दोनों आतंकी मिलकर दुनिया को दहलाने की साजिश रचने लगे। जवाहिरी ने अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अपने हाथ में ली थी। 2011 में वह अलकायदा का प्रमुख बना। दुनिया भर में कई जगह हुए आतंकी हमलों के पीछे उसका हाथ माना जाता है।
इस समय अलकायदा और जवाहिरी कहां पर हैं?
- रिपोर्ट्स मुताबिक सीरिया स्थित अलकायदा की ब्रांच को विरोधियों ने खत्म कर दिया है। वहीं, यमन में भी उसकी हालत खराब है। हालांकि सोमालिया और माली में अलकायदा की पकड़ मजबूत मानी जाती है। अफगानिस्तान के तालिबान नेताओं से अलकायदा के अच्छे संबंध बताए जाते हैं। यहां तक दावा किया गया है कि तालिबान के साथ अमेरिका और अफगान सरकार के युद्ध में भी अलकायदा के लड़ाकों ने तालिबान का साथ दिया था।
- बताया जाता है कि वह अलकायदा लीडरशीप के साथ अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के पास कहीं छिपा हुआ है। यूएन की रिपोर्ट मुताबिक अलकायदा प्रमुख जीवित है लेकिन काफी कमजोर है। इससे पहले अल जवाहिरी अस्थमा से मरने की खबर आई थी। हालांकि, जनवरी 2021 में अलकायदा ने एक वीडियो जारी कर इसे गलत बताया।
क्या अल जवाहिरी पहले भी वीडियो जारी कर चुका? (Who Is Al Zawahiri Who Praised Hijab Girl )
- अल जवाहिरी का भारत के बारे में पिछला वीडियो 2014 में सामने आया था। वीडियो में उसने भारतीय उपमहाद्वीप में जिहाद के लिए एक संगठन बनाने की घोषणा की थी। संगठन की अगुआई उत्तर प्रदेश में जन्मे और देवबंद में पढ़े मदरसा छात्र असीम उमर को सौंपी गई थी। असीम उमर 1995 में पाकिस्तान चला गया था।
- बताया जाता है कि उमर अफगानिस्तान के मूसा कला में 2019 में एक अमेरिकी मिलिट्री आॅपरेशन के दौरान मारा गया था। इस वीडियो में जवाहिरी ने कहा था कि वो भारत के मुसलमानों के साथ हमेशा खड़ा रहेगा और उन सीमाओं को समाप्त कर देगा जो भारत को एक इस्लामिक राष्ट्र बनने से रोकती हैं। वहीं सितंबर 2003 में अल जवाहिरी ने पाकिस्तानियों को चेतावनी देते हुए एक वीडियो जारी किया था।
- इसमें कहा था कि राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ आपको हिंदुओं को सौंपने के लिए साजिश रच रहे हैं। 2001 में एक किताब में अल जवाहिरी ने मुसलमानों से आह्वान किया कि अफगानिस्तान, कश्मीर, बोस्निया-हजेर्गोविना और चेचेन्या में जंग लड़कर मजहबी कर्तव्यों को निभाएं।
भारत में अलकायदा की जड़ें कितनी मजबूत हैं?
- कहते हैं कि अल जवाहिरी के तमाम प्रयासों के बावजूद अलकायदा को भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने में ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है। पिछले साल संयुक्त राष्ट्र यानी यूएन की ओर से बताया गया था कि अलकायदा की दक्षिण एशिया इकाई तालिबान के संरक्षण में अफगानिस्तान में सक्रिय है। संगठन मुख्य तौर पर अफगान और पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर बना है, लेकिन इसमें कुछ लोग बांग्लादेश, भारत और म्यांमार के भी हैं।
- इस मामले में एक्सपर्ट्सों का कहना है कि जवाहिरी का वीडियो मैसेज पूरी तरह से प्रोपेगेंडा और सगंठन की भारत में अपना आधार बढ़ाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन पहले केवल कश्मीर को लेकर भारत को निशाना बनाते थे, लेकिन अब वे कुछ विशेष मुद्दों पर बातें कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि हिजाब मुद्दे का इस्तेमाल अब अलकायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे दुनिया के शीर्ष आतंकवादी संगठन कर रहे हैं। अलकायदा कश्मीर को अगले टारगेट के तौर पर भी प्रोजेक्ट करता आया है। एक्सपर्ट इसे भारतीय मुसलमानों को भड़काने के लिए जवाहिरी की यह नई चाल मान रहे हैं।
- अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद माना जा रहा है कि अलकायदा फिर से मजबूत होगा। 2001 के बाद भले अलकायदा कमजोर पड़ा है, लेकिन उसके लड़ाके अब भी अफगानिस्तान में हैं। पिछले साल अप्रैल में आई अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में माना गया था कि अलकायदा आने वाले समय में अलग-अलग इलाकों में हमले कर सकता है।
क्या 9/11 हमले के पीछे अल जवाहिरी का दिमाग था? (Who Is Al Zawahiri Who Praised Hijab Girl )
- 11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने चार कमर्शियल प्लेन हाइजैक किए। इनमें से दो प्लेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ और साउथ टावर से टकरा दिए गए। वहीं, तीसरा प्लेन पेंटागन पर क्रैश किया गया था। इस हमले में 93 देशों के 2977 लोग मारे गए थे। हमला आतंकी संगठन अलकायदा ने किया था।
- बिन लादेन को 9/11 हमलों के मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जाता है। हालांकि, अमेरिका के सीआईए और एफबीआई अधिकारियों का कहना है कि ये अल जवाहिरी था, जिसे बिन लादेन का दिमाग कहा जाता था। अल जवाहिरी ही सभी हमलों की जिम्मेदारी और निगरानी को अंजाम देता था।
- 2004 में एक हार्ड डिस्क से साबित हुआ था कि 9/11 हमलों से पहले अल जवाहिरी अलकायदा की निर्णय प्रक्रिया के केंद्र में था। वह बिन लादेन और शीर्ष कमांडरों के बीच सूचना का आदान-प्रदान करता था। अल जवाहिरी इराक और पाकिस्तान के अलकायदा लीडर के साथ रिश्ते बनाए रखने में भी गहराई के साथ जुड़ा था।
- 2005 में लंदन में हुए बम धमाकों के पीछे भी जवाहिरी का ही हाथ माना जाता है। इसमें 56 लोगों ने जान गंवाई थी। जवाहिरी ब्रिटेन को इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन बताता था।
- वर्ष 2000 में अदन के यमन बंदरगाह पर अलकायदा से जुड़े आतंकियों ने विस्फोटक लदी नाव से वरर कोल पर आत्मघाती हमला किया था। हमले में अमेरिका के 17 नौसैनिक मारे गए थे।
- 7 अगस्त 1998 को नैरोबी, केन्या और तंजानिया के दार एस सलाम में अमेरिकी दूतावासों के सामने एक साथ धमाके कराने के पीछे भी जवाहिरी का ही दिमाग था। इस हमले में 224 लोग मारे गए, जिनमें 12 अमेरिकी शामिल थे।
- 1993 में सोमालिया में अमेरिकी सैनिकों की हत्या करवाने में अल जवाहिरी का ही दिमाग माना जाता है। 4 अक्टूबर 1993 का दिन था। अमेरिकी रेंजर्स और सोमालिया में अलकायदा से जुड़े मिलिशिया के बीच जबरदस्त युद्ध छिड़ा था। इस दौरान मिलिशिया लीडर जनरल आइदीद के लड़ाकों ने राजधानी मोगादिशु में दो अमेरिकी हेलिकॉप्टर गिरा डाले। इसमें 18 अमेरिकी सैनिक मारे गए।
क्या अमेरिका हमले में भी बच निकला था अल जवाहिरी?
- नंवबर 2001 अफगानिस्तान के तोरा बोरा में ओसामा बिन लादेन और अल जवाहिरी के छिपे होने की सूचना मिली। अमेरिका के नेतृत्व में नाटो सेना ने तोरा बोरा की घेराबंदी कर जमकर हवाई हमले किए। इस हमले में लादेन और जवाहिरी भाग निकले, लेकिन जवाहिरी की एक पत्नी और उसके दो बच्चे मारे गए।
इसके बाद 2006 में अल जवाहिरी के अफगानिस्तान से 7 किलो मीटर दूर पाकिस्तान के दामादोला में छिपे होने की जानकारी मिली। सीआईए और पाक सेना ने दामादोला में मिसाइल से हमला किया, लेकिन जवाहिरी बाल-बाल बच गया। अमेरिका के 9/11 के हमलों को अलकायदा काउंसिल के 10 सदस्यों ने मंजूरी दी थी। अमेरिका 10 में से 4 सदस्यों को नहीं पकड़ पाया है, इनमें से एक अल जवाहिरी भी है।
Who Is Al Zawahiri Who Praised Hijab Girl
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