India News (इंडिया न्यूज़), JNU President Dhananjay: देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव का रिजल्ट घोषित हो चूका है। लेफ्ट गठबंधन के द्वारा रविवार (25 मार्च) को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को हरा दिया। साथ ही सभी चार केंद्रीय सीटें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पर जीत कर लीं। वहीं इस चुनाव में बिहार से आने वाले पीएचडी छात्र धनंजय को जेएनयूएसयू का अध्यक्ष चुना गया है। वहीं जेएनयू के अध्यक्ष पद पर 27 साल बाद को दलित समुदाय का व्यक्ति चुना गया था।
कौन है जेएनयू अध्यक्ष धनंजय?
बता दें कि, अध्यक्ष पद के लिए लेफ्ट प्रत्याशी धनंजय स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स से पीएचडी के छात्र हैं। धनंजय गया बिहार के रहने वाले हैं और दलित समुदाय से आते हैं। जेएनयू अध्यक्ष के पिता रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं। दरअसल, जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर करीब 27 साल बाद दलित समुदाय के उम्मीदवार जीते हैं। इससे पहले 1996-97 चुनाव के दौरान बत्ती लाल बैरवा ने जीत दर्ज की थी। दरअसल, जेएनयू छात्र संघ चुनाव की मतगणना के दौरान लेफ्ट समर्थकों में भारी उत्साह देखा जा रहा था। लेफ्ट के उम्मीदवारों की जीत के बाद जेएनयू के छात्रों ने ‘पूरा कैंपस लाल है’ के नारे लगाते रहे।
जानिए जेएनयू अध्यक्ष ने क्या कहा?
जेएनयू का चुनाव जीतने के बाद धनंजय ने कहा कि जेएनयूएसयू चुनावों में जीत नफरत और हिंसा की राजनीति के खिलाफ छात्रों का जनमत संग्रह है। उन्होंने आगे कहा कि यह जीत जेएनयू के छात्रों द्वारा एक जनमत संग्रह है कि वे नफरत और हिंसा की राजनीति को खारिज करते हैं। छात्रों ने एक बार फिर हम पर अपना भरोसा दिखाया है। हम उनके अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखेंगे और छात्रों से संबंधित मुद्दों पर काम करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जेएनयू के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में परिसर में महिलाओं की सुरक्षा, फंड में कटौती, छात्रवृत्ति वृद्धि, बुनियादी ढांचा और जल संकट उनका मुख्य एजेंडा होगा।