India News (इंडिया न्यूज), Modi Cabinet: नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है। उनके साथ ही 71 अन्य मंत्रियों ने नहीं शपथ ली। इस बीच टीडीपी से सांसद राम मोहन नायडू ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही वो मोदी कैबिनेट में शपथ लेने वाले सबसे युवा मंत्री बन गए हैं। दरअसल, राम मोहन नायडू किंजरापु का जन्म 18 दिसंबर 1987 को श्रीकाकुलम के निम्माडा में हुआ था। वे अब श्रीकाकुलम सीट से सांसद बन गए हैं। वे टीडीपी के पूर्व नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री येरन नायडू के बेटे हैं। जिन्हें राजनीति विरासत में मिली है। उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम से पढ़ाई की है। राम मोहन नायडू ने पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पोस्टग्रेजुएट की डिग्री भी ली है। जिसके बाद में उन्होंने डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए एमबीए भी किया।
26 साल की उम्र में जीता पहला चुनाव
बता दें कि, राम मोहन नायडू को पहले राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी। वह अपना करियर बनाने के लिए सिंगापुर चले गए थे। लेकिन उन्हें अचानक 2012 में अपने पिता की कार दुर्घटना में मौत की खबर पता चली। जिसके बाद वह घर वापस आ गए और राजनीति में आ गए। महज 26 साल की उम्र में उन्होंने 2014 में श्रीकाकुलम से सांसद बनने का गौरव हासिल किया। इसके बाद भी वह चुनाव जीते। अब वह यहां से तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। वहीं माना जाता है कि राम मोहन का चंद्रबाबू नायडू से गहरा नाता है। राम मोहन के पिता भी नायडू के करीबी थे।
नायडू से है करीबी रिश्ता
बता दें कि, अब चंद्रबाबू भी राम मोहन पर पूरा भरोसा करते हैं। माना जाता है कि चंद्रबाबू के हर फैसले में उनकी राय होती है। चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के समय राम ने टीडीपी के लिए कई अहम काम किए थे। राम मोहन नायडू ने दिल्ली में नारा लोकेश के साथ मिलकर एक एकीकृत मोर्चा बनाया था। जो बाद में चंद्रबाबू ने राम को सभी दौरों में साथ रहने को कहा था। वर्तमान में राम के पास कृषि, पशुपालन स्थायी समिति सदस्य की जिम्मेदारी भी है। राम मोहन की शादी 2017 में श्रव्या से हुई है। वह 2021 में एक बच्ची के पिता बने। वह अपनी घरेलू और राजनीतिक जिम्मेदारियों को बखूबी संभालते हैं।