इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
(Mehul Choksi’s Mystery Jet) भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को जब इसी साल एंटीगुआ से भारत लाने की तैयारी थी, तब एक किराए का जेट उसे लेने के लिए भेजा गया था। तब वह जेट अपने महंगे किराये (8.46 लाख प्रति घंटा) के लिए चर्चा में आया था। लेकिन अब कतर का वह बिजनेस जेट (बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट) अन्य गंभीर वजहों से चर्चा में आ गया है। माना जा रहा है कि कतर से इस जेट का इस्तेमाल तालिबान-पाकिस्तान की गुप्त मीटिंग के लिए हुआ है। इतना ही नहीं दुनियाभर में पिछले कुछ वक्त में जो बड़े घटनाक्रम हुए, वहां यह जेट उन दिनों मौजूद था। यह सब संयोग है या कुछ और, फिलहाल यह साफ नहीं है।
इसी साल 28 मई को आलीशान बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट किराये पर लेकर कैरेबियाई देश डोमेनिका भेजा गया। इसमें कुछ भारतीय अधिकारी मौजूद थे, जिनको मेहुल चोकसी को वापस लाना था। जेट में सीबीआई के दो अधिकारी, प्रवर्तन निदेशालय के दो अधिकारी और सीआरपीएफ के लोग गए थे। हालांकि, चोकसी को वापस नहीं लाया जा सका और सरकार के करोड़ों रुपये भी किराये के रूप में गए।
Mystery Jet का ‘काबुल-इस्लामाबाद-काबुल’ रूट चर्चा में
अब वहीं अल्ट्रा-लॉन्ग रेंज वाला बिजनेस जेट फिर चर्चा में है। खबर है कि इस हफ्ते जेट काबुल गया, वहां से वह इस्लामाबाद गया और फिर काबुल लौटा। फिर वहां से वापस कतर आया। जेट के फ्लाइंग पैटर्न से समझ आता है कि वह इस्लामाबाद में करीब 24 घंटे रुका था। मंगलवार को सुबह 9.15 पर यह जेट दोहा से उड़ा। फिर शाम 6.30 (लोकल टाइम) के करीब पर काबुल के हामिद करजई एयरपोर्ट पर उतरा। बस 45 मिनट वह काबुल एयरपोर्ट पर रुका। इससे अंदेशा लगता है कि वहां से उसने कुछ यात्रियों (तालिबान डेलिगेशन) को बैठाया होगा।
फिर रात को जेट 9 बजे के करीब इस्लामाबाद पहुंचा। करीब 24 घंटे जेट वहीं रहा। माना जा रहा है कि इस दौरान काबुल से जेट में बैठा डेलिगेशन 24 घंटे तक पाकिस्तान में ही रहा। फिर बुधवार को जेट रात को 8.56 के करीब उड़ा और काबुल पहुंचा। वहां करीब 31 मिनट ठहरकर जेट वापस दोहा आ गया। माना जा रहा है कि इसी जेट में वह डेलिगेशन वापस काबुल लौटा होगा जो पाकिस्तान गया। यह सब इसलिए सवाल खड़े करता है क्योंकि लोकल मीडिया में इस तरह की कोई खबर सामने नहीं आई हैं कि तालिबान आधिकारी पाकिस्तान आकर यहां अधिकारियों से मिले हैं। ना ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय या तालिबान की तरफ से ऐसी कोई बात कही गई है। बता दें कि काबुल पर तालिबान के कब्जे (15 अगस्त) के बाद हिमायती पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी करक के चीफ फैज हामिद सबसे पहले अफगान पहुंचे थे, जिसने साफ कर दिया था कि पाकिस्तान तालिबान के साथ खड़ा है।
बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट क्यों है खास
सबसे पहले जान लीजिए कि बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट कतर एयरवेज के बिजनेस जेट सब्सिडियरी कतर एग्जीक्यूटिव का है। कतर एग्जीक्यूटिव हाई प्रोफाइल कस्टमर्स को प्राइवेट जेट्स की सुविधा मुहैया कराती है। बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट कतर एयरवेज का बिजनेस जेट है। सुपर लार्ज बिजनेस जेट्स की बात करें तो उस श्रेणी में यह जेट काफी आरामदायक केबिन मुहैया कराने वाले जेट्स में शामिल हैं। इसमें एक साथ 13 लोग सफर कर सकते हैं।