Gandhi Godse-Ek Yudh controversy: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथुराम गोडसे पर आधारित फिल्म ‘गांधी गोडसे-एक युद्ध’ रिलीज से पहले विवादों से घिर गया है। फिल्म को लेकर कुछ राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों का मानना है कि फिल्म में गोडसे के हत्यारे के छवि को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उनके द्वारा की गई हत्या को उचित ठहराने की कोशिश की जा रही है।
फिल्म की रिलीज से पूर्व मूवी मे गोडसे का किरदार निभा रहे चिन्मय मंडलेकर ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा है कि मैं समझाता हूं कि गोडसे अपनी जगह सही थे लेकिन जिस प्रकार से उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की, वो बिल्कुल ही गलत था। मंडलेकर ने आगे कहा है कि यह फिल्म दोनों व्यक्तियों के विचारधारा से जुड़ी है, और मुझे नहीं लगता है कि फिल्म को बिना देखे इसका विरोध करना उचित रहेगा।
फिल्म डायरेक्टर को मिली धमकी
बीते सोमवार को जब मुंबई में फिल्म का प्रमोशन किया जा रहा था तब उस दौरान आम लोगों की ओर से फिल्म के प्रमोशन का विरोध किया गया। विरोध कर रहे लोगों ने हंगामा कर डायरेक्टर राजकुमार संतोषी सहित फिल्म से जुड़े कलाकारों से कथित तौर पर मारपीट करने की कोशिश की। जिसके बाद घटना को ध्यान में रहते हुए फिल्म के डायरेक्टर राजकुमार संतोषी ने मुंबई पुलिस को पत्र लिख सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि बीते दिन फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से कार्यक्रम में घुसकर हंगामा व मारपीट करने का प्रयास किया गया, मैं और मेरे परिवार इस घटना के बाद डरे हुए हैं। मैं मुंबई पुलिस से मेरे और परिवार की सुरक्षा की मांग करता हूं।
फिल्म पर सांसद ओवैसी ने प्रतिबंध लगाने की मांग की
इससे पहले बीते सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। ओवैसी ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले गोडसे पर एक फिल्म बनाई जा रही है… मैंने खुद इसे देखा है… फिल्म में बताया गया है कि गांधी को उनके द्वारा क्यों मारा गया था। इसलिए जब बीबीसी पीएम मोदी के बारे में कुछ दिखाता है, तो यह समस्या है, लेकिन गांधी की हत्या करने वाले व्यक्ति पर एक फिल्म बनती है तो इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होती।