ठंडे के मौसम में ट्रेंडी जैकेट्स या स्वेटर पहन कर हम ये मान लेते हैं कि सर्दियों से बचने का पूरा इंतजाम कर लिया है ये सही है कि इतनी कोशिश से गर्माहट तो मिल ही जाती है इसके बावजूद आपने नोटिस किया होगा कि आप कभी सिरदर्द, कभी कान दर्द और कभी इससे भी गंभीर संक्रमण के शिकार हो जाते हैं इसकी क्या वजह है जैकेट, स्वेटर या वॉर्मर पहनने के बाद हम कानों को ढकना भूल जाते हैं यही गलती सारी कोशिशों पर भारी पड़ जाती है इसलिए ये जरूरी है कि सर्दियों में ऊनी टोपी से कानों को ढककर रखें क्योंकि, ये छोटी सी टोपी आपको कई तरह की समस्याओं से बचा सकती है।
बुखार से बचाए
ठंड के दिनों में वायरल फीवर भी आसानी से जकड़ लेता है ऊनी टोपी इस बुखार से भी बचाती है क्योंकि, शरीर के साथ साथ सिर भी गर्म रहता है और कान पैक रहते हैं जिससे ठंड का असर कम होता है।
विंटर रेडिएशन से बचें
सर्दियों में कानों को ढककर रखना विंटर रेडिएशन से बचाता है आप किसी ठंडे इलाके में रहते हैं या टू व्हीलर चलाते हैं या तेज हवा में निकलना आपकी मजबूरी है ऐसी हर कंडिशन में ऊनी कैप जरूर लगाएं ये टोपी आपके शरीर की हीट मेंटेन कर विंटर रेडिएशन से बचाती है।
पूरा शरीर रहेगा गर्म
अक्सर होता ये है कि गर्म जैकेट, स्वेटर पहनने के बाद भी ठंड का अहसास होता है या जुकाम हो जाता है उसकी वजह होती है कानों का खुला होना कानों के रास्ते शरीर की हीट कम होती जाती है गर्म कैप लगाए रखने से शरीर ज्यादा देर गर्म रहता है।