India News (इंडिया न्यूज), Iran-Pakistan Relations: ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के मेहरस्तान जिले में शनिवार (12 अप्रैल) रात को एक कार वर्कशॉप पर हुए हमले में आठ पाकिस्तानी नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ये सभी पंजाब के रहने वाले थे और अनौपचारिक रूप से वाहन बनाने का काम करते थे। इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान नेशनल आर्मी (बीएनए) ने ली है। संगठन ने इसे पंजाबी वर्चस्व के खिलाफ बदला बताया है।
जनवरी 2024 में ईरानी शहर सरवन में भी इसी तरह का हमला हुआ था, जिसमें नौ पाकिस्तानी कर्मचारी मारे गए थे। हाल के वर्षों में इस तरह के हमले बढ़ रहे हैं, जिससे यह क्षेत्र अस्थिरता की ओर बढ़ रहा है। इन हमलों में बलूचिस्तान नेशनल आर्मी का सबसे बड़ा हाथ रहा है। बीएनए ईरान और पाकिस्तान दोनों के बलूच क्षेत्रों में सक्रिय एक अलगाववादी समूह है। यह संगठन पंजाबियों और बाहरी लोगों के “शोषण” के खिलाफ आवाज उठाने का दावा करता है, खासकर बलूच संसाधनों और जमीन पर। अंतरराष्ट्रीय मान्यता न होने के बावजूद बीएनए क्षेत्रीय असंतोष का प्रतीक बन गया है। संगठन का कहना है कि वे बाहरी लोगों को हमारी जमीन और संसाधनों का दोहन नहीं करने देंगे।
Punjabi labourers killed in Iran
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस घटना को “बर्बर” करार देते हुए तेहरान से सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने विदेश मंत्रालय को पीड़ितों के शव लाने और उनके परिवारों की मदद करने का निर्देश दिया। विदेश मंत्री इशाक डार ने भी सख्त लहजे में कहा कि यह हमला हमारी संप्रभुता को चुनौती देता है। हम अपने नागरिकों को विदेश में निशाना बनने की इजाजत नहीं दे सकते। पाकिस्तान ने ईरान से मांग की है कि वह बीएनए जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करे।
ईरान के राजदूत रजा अमीरी मोगादम ने हमले को अमानवीय और कायराना बताया और क्षेत्रीय सहयोग की जरूरत जताई। इससे पहले भी ईरान ऐसे संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने से बचता रहा है।
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