India News (इंडिया न्यूज),Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के जल्द थमने के कोई संकेत नहीं हैं, यूक्रेन सर्दियों में युद्ध लड़ने के लिए खुद को सक्षम बनाने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए उसे ऊर्जा ढांचे की मरम्मत करने की जरूरत है क्योंकि रूसी हमलों में उसका अधिकांश ऊर्जा ढांचा नष्ट हो चुका है।यूरोपीय संघ (ईयू) ने एक बार फिर यूक्रेन की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। ईयू प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन आज कीव के दौरे पर हैं। वह यहां यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात करेंगी। उन्होंने यूक्रेन को 180 मिलियन डॉलर (करीब 1503 करोड़ रुपये) का नया ऊर्जा कोष देने का भी वादा किया है।

यूरोपीय संघ का अनुमान है कि उसने फरवरी 2022 के आक्रमण के बाद से यूक्रेन को कम से कम 2.24 बिलियन डॉलर (187 बिलियन रुपये) की ऊर्जा सहायता प्रदान की है। वॉन डेर लेयेन ने कहा कि वह ऊर्जा मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को कीव में राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात करेंगी।

रूसी संपत्तियों से वसूले जाएंगे 112 मिलियन डॉलर

यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा है कि इसमें से 112 मिलियन डॉलर (935 करोड़ रुपये) यूरोपीय संघ में रखी रूसी संपत्तियों से वसूले जाएंगे क्योंकि वह फरवरी 2022 से यूक्रेन पर आक्रमण कर रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि रूस इसकी कीमत चुकाए क्योंकि इस सारी तबाही का कारण वही है। यूरोपीय संघ ने अनुमान लगाया है कि यूक्रेन का करीब 50 फीसदी ऊर्जा ढांचा नष्ट हो चुका है। ऐसे में घरों, अस्पतालों और स्कूलों को गर्म रखना बहुत मुश्किल चुनौती होगी क्योंकि आने वाले दिनों में तापमान तेजी से गिरेगा और यूक्रेन को युद्ध के बीच लगातार तीसरे साल सर्दी का सामना करना पड़ेगा। वॉन डेर लेयेन ने कहा कि रूस अच्छी तरह जानता है कि वह बिजलीघर पर बमबारी करके यूक्रेन को कितना नुकसान पहुंचा रहा है।

अगर लोग ठंड में ठिठुरते रहे तो युद्ध लड़ने की उनकी क्षमता कम हो जाएगी। यूरोपीय संघ-यूक्रेन तैयार कर रहे हैं ‘विंटर प्लान’ अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख फतिह बिरोल ने कहा है कि इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है। लोग ठंड से बचने के तरीके तलाशेंगे और ऐसी जगहों पर विस्थापित होंगे जहां उन्हें गर्मी और आश्रय मिल सके। इस बयान का जिक्र करते हुए ईयू प्रमुख ने कहा है कि इन परिस्थितियों को देखते हुए यूक्रेन को अंतरराष्ट्रीय मदद देना और भी जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के मित्र और सहयोगी के तौर पर हमें हरसंभव प्रयास करने होंगे ताकि हम सर्दियों में बिजली की आपूर्ति जारी रख सकें। उन्होंने कहा कि हमें यूक्रेन के बहादुर लोगों को गर्म रखने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ाना है।

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ईयू प्रमुख ने कहा कि इस नुकसान की भरपाई के लिए आने वाले दिनों में ऐसे कई प्रयास किए जाएंगे। उदाहरण के लिए, लिथुआनिया एक थर्मल पावर प्लांट को तोड़कर जहाज के जरिए यूक्रेन भेज रहा है, इसके पुर्जे यूक्रेन में फिर से जोड़े जाएंगे। यूरोपीय संघ के देश भी यूक्रेन को बिजली निर्यात करना जारी रखेंगे, जिससे आने वाले कुछ महीनों में यूक्रेन की करीब एक चौथाई जरूरतें पूरी हो जाएंगी।

यूरोपीय संघ सोलर पैनल और दूसरी नई तकनीकों के इस्तेमाल के जरिए यूक्रेन में ऊर्जा उत्पादन को विकेंद्रीकृत करने की कोशिश कर रहा है, जिससे रूसी हमलों के लिए ऊर्जा ग्रिड पर सीधा असर डालना और भी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे यूक्रेन को हरित अर्थव्यवस्था बनने में भी मदद मिलेगी।

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