विदेश

बांग्लादेश से निकाले जाने के बाद Sheikh Hasina ने तोड़ी चुप्पी, पहली बार में कह दी इतनी बड़ी बात

India News(इंडिया न्यूज), Bangladesh: बांग्लादेश की दशा पूरा विश्व देख रहा है। वहां की आम जनता से लेकर पीएम तक पर बड़ी मुसीबत आन पड़ी है। बता दें कि शेख हसीना ने बांग्लादेश ने निकाले जाने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी है। इस बीच उन्होंने बताया कि उनको पीएम पद से हटाने के लिए पूरा नाटक रचा गया है। शेख हसीना ने छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़ दिया था। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

महिला कुश्ती चैम्पियन बनी Imane Khelif, गोल्ड जीतकर आलोचकों को दिया मुंहतोड़ जवाब

शेख हसीना का बयान

शेख हसीना ने अपने करीबी सहयोगियों के जरिए भेजे गए संदेश में ये बातें कही हैं। हसीना का यह संदेश इकोनॉमिक टाइम्स को मिला है। शेख हसीना ने छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़ दिया था। वह फिलहाल भारत में सुरक्षित जगह पर रह रही हैं।

संदेश में हसीना ने कहा, ‘मैंने इसलिए इस्तीफा दिया ताकि मुझे लाशों का जुलूस न देखना पड़े। वे छात्रों की लाशों पर सत्ता में आना चाहते थे, लेकिन मैंने ऐसा नहीं होने दिया। मैंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सत्ता में बनी रह सकती थी अगर मैंने सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता छोड़ दी होती और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर अपना प्रभुत्व स्थापित करने दिया होता। मैं अपने देश के लोगों से अनुरोध करती हूं कि वे कट्टरपंथियों के बहकावे में न आएं।’

अखिलेश यादव की मांग पर यूपी सरकार का सख्त रुख, CM Yogi ने लिया बड़ा फैसला

मुझे सत्ता से हटाने के लिए रची साजिश

विल्सन सेंटर में साउथ एशिया इंस्टीट्यूट के निदेशक माइकल कुगेलमैन ने शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने विरोध प्रदर्शन के पीछे विदेशी हस्तक्षेप का दावा किया था। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अशांति के लिए आंतरिक कारक जिम्मेदार हैं। हसीना सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों पर कठोर कार्रवाई ने आंदोलन को और हवा दी। “मेरा दृष्टिकोण बहुत सरल है। मैं इसे एक ऐसे संकट के रूप में देखता हूं जो पूरी तरह से आंतरिक कारकों से प्रेरित था, छात्र जो किसी विशेष मुद्दे से नाखुश थे, नौकरी कोटा जो उन्हें पसंद नहीं था और वे सरकार से नाराज थे।

शेख हसीना की सरकार ने छात्रों पर बहुत कठोर कार्रवाई की और उसके बाद आंदोलन बहुत बड़ा हो गया और यह पूरी तरह से आंतरिक कारकों से प्रेरित था,” कुगेलमैन ने कहा।

Shalu Mishra

Recent Posts

Delhi Crime News: दिल्ली- NCR में ‘बैंड बाजा बारात’ गैंग का खुलासा, हाई प्रोफाइल शादियों को बनाते थे निशाना

India News (इंडिया न्यूज),Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक शातिर गिरोह…

2 minutes ago

अस्पताल के शौचालय में पैदा हुआ बच्चा, दर्द से तड़पती रही मां, हैवान बनकर आया कुत्ता और मुंह में दबाकर…

Stray Dog in West Bengal: पश्चिम बंगाल के बांकुरा के सोनामुखी ग्रामीण अस्पताल में एक…

4 minutes ago

Sambhal Jama Masjid Case: जुमे की नमाज से पहले हाई सिक्योरिटी तैनात! सर्वे के आदेश पर पुलिस-PAC तैयार

India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Jama Masjid Case: यूपी के संभल की ऐतिहासिक जामा मस्जिद…

10 minutes ago

कुर्सी पर बैठने से पहले ट्रंप की बड़ी बदनामी, बच्चों के साथ गंदा काम करने की आरोपी बनी वजह, मामला जानकर सदमे में अमेरिका वासी

Trump Education Secretary: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शिक्षा सचिव के लिए नामित…

18 minutes ago

UK Weather News: उत्तराखंड में ठंड बढ़ने से लोग परेशान, दो जिलों में घने कोहरे का अलर्ट

India News (इंडिया न्यूज),UK Weather News: उत्तराखंड के सभी जिलों में इन दिनों मौसम शुष्क बना…

37 minutes ago

पटना में JDU कार्यालय पर ग्राम रक्षा दल का घेराव! जमकर किया हंगामा, जानें मामला

India News (इंडिया न्यूज), JDU Office: पटना में जदयू प्रदेश कार्यालय का घेराव करने के…

45 minutes ago