India News (इंडिया न्यूज), Air Defence System: पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में आतंकवाद की जड़ें हिला दीं। आतंकियों के समर्थक पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल हमले शुरू कर दिए। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 ने पाकिस्तान को उसकी औकात याद दिला दी। पाकिस्तान की ओर से दागी गई सभी मिसाइलें हवा में ही नष्ट हो गईं। पहली बार दुनिया ने भारत के इस सुरक्षा कवच को देखा। आपको बता दें कि दुनियाभर के देशों के पास अलग-अलग एयर डिफेंस सिस्टम हैं। अमेरिका और इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम की ताकत का लोहा पूरी दुनिया मानती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भविष्य के लिए अपने एयर डिफेंस सिस्टम को और भी मजबूत करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने गोल्डन डोम डिफेंस सिस्टम को चुना है।
आपको बता दें कि, एयर डिफेंस सिस्टम में रडार, सेंसर, मिसाइल और गन सिस्टम का इस्तेमाल होता है। यह दुश्मन की ओर से दागी गई मिसाइल को ट्रैक करके निशाना बनाता है। यहां तक कि इस सिस्टम से बैलिस्टिक मिसाइलों को भी रोका जा सकता है। अमेरिका इजरायल के आयरन डोम की तर्ज पर एयर डिफेंस सिस्टम तैयार करना चाहता है यह हाइपरसोनिक हथियारों को रोकने में भी सक्षम है। अमेरिका के पास अभी टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम है। अमेरिका ने इस सिस्टम को साउथ कोरिया, हैती और गुआम में भी तैनात किया है। इजरायल के अधिकारियों का कहना है कि उसका एयर डिफेंस सिस्टम 90 फीसदी मामलों में कारगर है। इजरायल के पास डेविड फ्लिंग नाम का एक और एयर डिफेंस सिस्टम है।
Air Defence System (भारत का एयर डिफेंस सिस्टम S-400)
फेमस एक्टर मुकुल देव का 53 साल की उम्र में निधन, शोक में डूबा परिवार, ‘जय हो’ में आए थे नजर
भारत के पास एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम है। यह इसलिए ज्यादा एडवांस है क्योंकि इसमें रूसी, इजरायली और भारतीय तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह एयर डिफेंस सिस्टम अमेरिका के पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम के बराबर है। इसे सड़क के जरिए एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकता है। इसे दुनिया के सबसे बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम में गिना जाता है।
इन सभी मामलों में पाकिस्तान चीन पर निर्भर है। वहीं, चीन ने पिछले कई दशकों से एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया है। पाकिस्तान के पास चीन में बने HQ-9, HQ-16 और FN-16 एयर डिफेंस सिस्टम हैं। HQ-9 रूस के S-300 के बराबर है। हालांकि, एस-400 इसके मुकाबले बेजोड़ है। जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की तो उसका एयर डिफेंस सिस्टम बेकार हो गया। चीन के पास भी इसी तरह के एयर डिफेंस सिस्टम हैं। चीन ने आखिरी बार 1979 में वियतनाम युद्ध लड़ा था और तब से उसने एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया है। उसका एयर डिफेंस सिस्टम बहुत पुराना हो चुका है। इस मामले में चीन और पाकिस्तान दोनों ही भारत के सामने बौने नजर आते हैं।