इंडिया न्यूज़: (China Spy Balloon) अमेरिका में चीनी गुब्‍बारे और यूएफओ को मार गिराए जाने के बाद से दुनियाभर में हड़कंप मचा गया है। बता दें कि अमेरिका ने खुलासा किया है कि चीन ने इन जासूसी गुब्‍बारे की मदद से भारत से लेकर खाड़ी देशों तक की जासूसी की है। अब अमेरिका के हाथ चीन के इन जासूसी गुब्‍बारों का सबसे अहम मलबा हाथ लग गया है जो ड्रैगन की पोल को खोल सकता है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने बताया कि सेना को बेहद ऊंचाई पर उड़ने वाले जासूसी गुब्‍बारे के प्रमुख सेंसर मिल गए हैं। कहा जा रहा है कि इनकी मदद से पिछले कई साल से खुफिया निगरानी की जा रही थी।

  • अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारे का किया खुलासा
  • अमेरिका के हाथ लगा जासूसी गुब्बारों का मलबा
  • चीन ने भारत से लेकर खाड़ी देशों तक की जासूसी

 

पहले गिराया जा चुका है रहस्‍यमय ऑब्‍जेक्‍ट

आपको बता दें कि अभी 10 दिन पहले ही अमेरिका की वायुसेना ने दक्षिणी कैरोलिना तट पर एक फाइटर जेट की मदद से इस चीनी जासूसी गुब्‍बारे को हवा में ही मार गिराया था। अमेरिकी सेना के नार्दन कमांड ने कहा, “चालक दल ने घटनास्‍थल से महत्‍वपूर्ण मलबा हासिल कर लिया गया है। इसमें सभी प्रमुख सेंसर और इलेक्‍ट्रानिक टुकड़े भी शामिल हैं।” इस चीनी गुब्‍बारे को सबसे पहले 4 फरवरी को मार गिराया गया था। यह पहला रहस्‍यमय ऑब्‍जेक्‍ट था जिसे अमेरिकी सेना ने मिसाइल से गिरा दिया था।

वाइट हाउस ने वस्तओं को मार गिराने से किया बचाव

जानकारी के अनुसार, चीन पिछले कईं साल से इन जासूसी गुब्‍बारों की मदद से पूरी दुनिया में निगरानी कर रहा है। अमेरिका ने इस बात का खुलासा किया है कि ये जासूसी गुब्‍बारा भारत, जापान, खाड़ी देश और लैटिन अमेरिका के देशों के ऊपर उड़ान भर चुका है। इस बीच अमेरिकी राष्‍ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस ने पिछले तीन दिनों में तीन अज्ञात वस्तुओं को मार गिराने के कदम का बचाव किया है।

वाइट हाउस ने इस बात को स्वीकार किया कि अधिकारियों के पास इस बात का कोई संकेत नहीं था कि ये वस्तुएं भी उसी तरह से निगरानी के लिए थीं, जैसे कि इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी वायुक्षेत्र में चीनी गुब्बारे द्वारा कथित तौर पर किया जा रहा था।