India News(इंडिया न्यूज), Sheikh Hasina: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के एक वरिष्ठ सलाहकार ने सोमवार को मीडिया को बताया कि संकटग्रस्त नेता का इस्तीफा एक “संभावना” है, क्योंकि उनसे पूछा गया था कि क्या वह इस्तीफा देंगी। प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “स्थिति ऐसी है कि यह एक संभावना है, लेकिन मुझे नहीं पता कि यह कैसे होगा।”

100 से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत

बांग्लादेश में हिंसा इस कदर बढ़ गई है कि मौत के आकड़े बढ़कर 100 के पार जा चुके हैं। इस गंभीर परिस्थिति में लोगों ने मंदिर की शरण ली थी लेकिन आक्रोश से भरे लोगों ने मुख्य रूप से मंदिर और हिंदुओं के घरों को ही निशाना बनाया है। बता दें कि प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन कोटा आरक्षण से शुरू हुआ था और अब वो बांग्लदेश सरकार के इस्तीफे तक पहुंच चुका है।

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दो पक्षों में हुई झड़प

हाल ही में आरक्षण को लेकर बांग्लादेश में काफी हंगामा हुआ था, जिसे वहां के सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया था। अब प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हो रहे हंगामे को लेकर सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। रविवार को प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन के बैनर तले असहयोग कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई।

विरोध के नाम पर तोड़फोड़

वहीं, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश में विरोध के नाम पर तोड़फोड़ की जा रही है। ऐसा करने वाले लोग छात्र नहीं बल्कि आतंकवादी हैं। उन्होंने जनता से ऐसे लोगों से सख्ती से निपटने को कहा। सरकार ने सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तीन दिन की छुट्टी का भी ऐलान किया है।

Bangladesh Violence: मौत का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार, कोटा आरक्षण से लेकर अब हिंदुओं को बनाया निशाना, मंदिर और घरों में की तोड़फोड़