India News (इंडिया न्यूज), Israel–Hamas war:इजराइल में यहूदी नववर्ष मनाया जा रहा है। इसे रोश हशनाह के नाम से जाना जाता है और यह यहूदियों के लिए सबसे पवित्र दिन होता है। इस बार यहूदी नववर्ष यानी रोश हशनाह 2 अक्टूबर की शाम से 4 अक्टूबर की रात तक चलेगा।इस मौके पर इजराइल में बुधवार से शनिवार तक छुट्टी है। लेकिन इजराइल को डर है कि एक बार फिर दुश्मन उसे त्योहार के मौके पर नया जख्म दे सकता है। क्योंकि छुट्टी के मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जश्न मनाने के लिए जुटती है और यह इजराइल के दुश्मनों जैसे हमास और हिजबुल्लाह के लिए आतंक फैलाने का बड़ा मौका हो सकता है।

आईडीएफ अलर्ट

यही वजह है कि इजराइली सेना अलर्ट पर है और छुट्टियां शुरू होने से पहले ही उसने उत्तरी और मध्य इजराइल में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। इजराइल के इन इलाकों में बाहर 30 से ज्यादा और अंदर 300 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी है।इजराइल को डर है कि इस मौके पर उसके दुश्मन पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए हमले जैसी साजिश को अंजाम दे सकते हैं। दरअसल, खास त्योहार के मौके पर इजरायल पर हमलों का इतिहास काफी पुराना है।

1973 का हमला

जब 6 अक्टूबर 1973 को सीरिया और मिस्र ने इजरायल पर हमला किया, तब इजरायल के लोग शब्बत मना रहे थे। शब्बत यहूदियों के लिए बेहद खास दिन होता है और उस दिन छुट्टी होती है। सीरिया-मिस्र और इजरायल के बीच हुए इस युद्ध को योम किप्पुर युद्ध के नाम से जाना जाता है।

पिछले साल किए गए हमास के हमले का कनेक्शन भी 1973 में हुए हमले से जुड़ा है। दरअसल, दोनों हमलों का पैटर्न एक जैसा था। 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजरायल पर हमला किया, तब यहूदी सुक्कोट के त्योहार की छुट्टी मना रहे थे। हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट दागे और उसके लड़ाकों ने इजरायल की सीमा में घुसपैठ की। हमास के इस हमले में करीब 1200 इजरायली मारे गए और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया।

ईरान ने किया हमला

ईरान ने इजरायल पर जो ताजा हमला किया है, वह भी यहूदी नववर्ष से ठीक एक दिन पहले किया गया है। हालांकि, ईरान ने कहा है कि उसका निशाना इजरायल के सैन्य ठिकाने थे, न कि इजरायली नागरिक। ईरान ने 1 अक्टूबर की रात को इजरायल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। ईरान ने इसे हमास प्रमुख इस्माइल हनीयाह, हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और आईआरजीसी कमांडर निलफोरुशान की हत्या का बदला बताया है।

आईडीएफ का बड़ा दावा

इससे पहले आईडीएफ ने दावा किया था कि हिजबुल्लाह 7 अक्टूबर जैसे हमले की योजना बना रहा है। आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हैगर ने कहा था कि जिस तरह हमास के लड़ाकों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया, लोगों को मारा और बंधक बनाया, उसी तरह हिजबुल्लाह भी उत्तरी इजरायल में हमले करने की योजना बना रहा है। इजरायली सेना ने दावा किया था कि हिजबुल्लाह की इस साजिश के बारे में पता चलने के बाद ही उसने लेबनान पर हमले किए थे।

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