India News (इंडिया न्यूज), Baluchistan Liberation Army: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में शनिवार (9 नवंबर, 2024) को एक रेलवे स्टेशन पर हुए बम विस्फोट में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और 46 अन्य घायल हो गए। प्रांतीय राजधानी क्वेटा के रेलवे स्टेशन पर यह विस्फोट उस समय हुआ जब यात्री पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस के निर्धारित प्रस्थान से पहले प्लेटफॉर्म पर एकत्र हुए थे। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह पहली बार नहीं है कि, जब बलूचिस्तान आर्मी ने पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाया है। यह विद्रोही समूह समय-समय पर पाकिस्तान पर हमले करता रहता है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि यह संगठन क्या है!

क्या है बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी?

हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सक्रिय एक प्रमुख विद्रोही संगठन है। जानकारी के अनुसार, बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और खनिज संसाधनों से समृद्ध प्रांत है, लेकिन बलूचिस्तान के लोगों का मानना ​​है कि उन्हें इन संसाधनों का लाभ नहीं मिल रहा है। इसी वजह से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ बीएलए और अन्य बलूच संगठन आंदोलन चलाते हुए आए हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की प्रमुख मांग ये है कि, बलूचिस्तान की आजादी हासिल करना है। इसके पीछे की वजह बलूचिस्तान के संसाधनों पर बलूच के लोगों का अधिकार स्थापित करना बताया जा रहा है। 

क्यों अंग्रेजों के कैंप में जबरदस्ती तवायफों को जाता था भेजा? ब्रिटिश हुकूमत ने किया था ये घिनोना काम!

किसने किया इसका गठन?

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) का गठन बलूचिस्तान के लोगों के असंतोष और उनके अधिकारों की लड़ाई के परिणामस्वरूप हुआ था। इस संगठन की जड़ें बलूचिस्तान के ऐतिहासिक संघर्षों से जुड़ी हैं, जो पाकिस्तान से अपनी आजादी और पहचान बनाए रखने के लिए लंबे समय से चले आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि, 1970 के दशक में BLA का गठन ऐसे समय में किया गया था, जब बलूचिस्तान के लोग अपनी राजनीतिक और सांस्कृतिक पहचान को बचाने के लिए संघर्षरत थे। जानकारी के अनुसार, 1970 के दशक में पाकिस्तान में एक बड़ा सैन्य अभियान चला, जिसमें कई बलूच नेताओं और समुदायों पर अत्याचार किए गए। इस दौरान कई बलूच समूहों ने सशस्त्र विद्रोह का रास्ता चुना। हालांकि, हकीकत में यह संगठन वर्ष 2000 में तेजी से उभरा।

हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने लागू किया इमरजेंसी का नियम! अब सीएम सुखू की तस्वीर लेने से पहले करना होगा ये काम

किनके हाथों में है इनका नेतृत्व?

जानकारी के अनुसार, बलूचिस्तान में BLA के कई समूह सक्रिय हैं। इनमें से कुछ समूह अलग-अलग तरीकों से काम कर रहे हैं और BLA से अलग दूसरे संगठन भी बन गए हैं। पिछले कई सालों से BLA का नेतृत्व बलाच मर्री और ब्रह्मदाग बुगती जैसे नेताओं के हाथों में रहा है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस आंदोलन को बढ़ावा दिया। फिलहाल असलान बलूच को BLA का नेता बताया जाता है।

हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने लागू किया इमरजेंसी का नियम! अब सीएम सुखू की तस्वीर लेने से पहले करना होगा ये काम