India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इस वक्त भारत में हैं। पड़ोसी देश में हालात अच्छे नहीं। पहले छात्रों और आम जनता का उग्र प्रदर्शन फिर तख्तापलट और हसीना का पीएम पद से इस्तीफा। शेख हसीना की हालत इतनी खराब है कि उनकी भारत के अलावा कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा की खबर दुनिया भर में फैल गई है। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को ये बात समझ में आ गई और खुद यूनुस ने हिंसा रोकने का आश्वासन दिया।

हालांकि, उन पर अभी किसी को भरोसा नहीं है। इन सबके बीच अमेरिका के एक जाने-माने राजनेता और प्रेसिडेंट पद के दावेदार रह चुके भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने बांग्लादेश को धमकी दी है और तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मैसेज भेजा है कि ‘हिंदुओं को निशाना बनाना बंद करो’। इन सबके बीच अब तख्तापलट होने के बाद पहली बार दोनों देशों के बीच एक औपचारिक मीटिंक हुई। जिसमें भारत ने सख्त लहजे में एक कड़ा संदेश भी दे डाला है।

भारतीय अधिकारी का सख्त संदेश

खबरों की मानें तो भारत के वरिष्ठ अधिकारी प्रणय वर्मा राजधानी ढाका में स्थित बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय पहुंचे। यहां वो  अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से मिले और कई अहम मुदद्दों पर बात भी होने की खबर है। बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन की मुलाकात प्रणय वर्मा से हुई। जिसमें भारत सरकार क्या चाहती है वो साफ कर दिया। प्रणय वर्मा ने ये भी सख्त लहजे में कह डाला कि वो अपने देश के हिंदुओं की रक्षा करें। मीटिंग के बाद वर्मा मीडिया से मुखातिब हुए। कहा कि हम बांग्लादेश से अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के इच्छुक हैं।  जान लें कि शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद भारत-बांग्लादेश के बीच यह पहली औपतारिक मीटिंग हुई।

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