India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद चल रहा सियासी घमासान अब दिलचस्प होता जा रहा है। बांग्लादेश की कमान अगले चुनाव तक नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के हाथों में है। वहीं बांग्लादेश इस समय आर्थिक और राजनीतिक मोर्चे पर उथल-पुथल का सामना कर रहा है। इस बीच अंतरिम सरकार ने अचानक कई देशों से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है। आइए जानते है यूनुस सरकार ने ये फैसला क्यों किया है।
इन देशों से राजदूत को बुलाया वापस
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अमेरिका, मालदीव, संयुक्त अरब अमीरात, रूस, सऊदी अरब, जापान और जर्मनी में तैनात अपने राजदूतों को वापस बुलाने का फैसला किया है। इनकी नियुक्ति शेख हसीना के कार्यकाल में हुई थी। दरअसल बांग्लादेश ने 7 देशों से अपने राजदूतों को वापस बुलाया है। बांग्लादेश ने उन राजदूतों को वापस बुलाया है जो कॉन्ट्रैक्ट पर थे। भारत में बांग्लादेश उच्चायोग में नियुक्त प्रेस अधिकारी को भी वापस बुलाया गया है, वह भी कॉन्ट्रैक्ट पर थे। बांग्लादेश से जुड़े विशेषज्ञों ने बताया कि जिन राजदूतों को वापस बुलाया गया है, वे राजनयिक थे, लेकिन कॉन्ट्रैक्ट पर थे।
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भारत को लेकर क्या रहा रुख?
बता दें कि, भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त फिलहाल बांग्लादेश विदेश सेवा में हैं और उन्हें वापस बुलाने की कोई खबर नहीं है। आने वाले समय में नई बांग्लादेश सरकार अन्य देशों में नियुक्त राजदूतों और उच्चायुक्तों को भी वापस बुला लेगी। क्योंकि नई अंतरिम सरकार ज्यादातर और खासकर मजबूत देशों में ऐसे लोगों को राजदूत नियुक्त करेगी, जिनके पूर्ववर्ती अवामी लीग सरकार और शेख हसीना सरकार से करीबी संबंध नहीं थे। गौरतलब है कि हिंसक प्रदर्शन की वजह से 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भागकर भारत आ गई थी।
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