India News (इंडिया न्यूज),Bangladesh Blocks Iskcon Devotees: बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर इस्लामिक कट्टरपंथियों का जुल्म जारी है। इस बीच बांग्लादेश के आव्रजन अधिकारियों ने रविवार (1 दिसंबर) को बांग्लादेश-भारत सीमा पर बेनापोल सीमा चौकी पर अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण चेतना सोसायटी (इस्कॉन) के 54 सदस्यों को रोक दिया। वहीं इन सभी के पास वैध पासपोर्ट और वीजा भी थे।लेकिन आव्रजन पुलिस ने उनकी यात्रा रोकने का कारण विशेष सरकारी अनुमति का अभाव बताया। बेनापोल आव्रजन पुलिस अधिकारी इम्तियाज अहसानुल कादर भुइयां ने डेली स्टार अखबार को बताया कि हमने पुलिस की विशेष शाखा से परामर्श किया और उच्च अधिकारियों से उन्हें सीमा पार करने की अनुमति न देने के निर्देश मिले। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि इन भक्तों के पास वैध पासपोर्ट और वीजा थे। लेकिन उनके पास विशेष सरकारी अनुमति नहीं थी।
नहीं मिली यात्रा को मंजूरी
बता दें कि, इस समूह में बांग्लादेश के कई जिलों के भक्त शामिल थे, जो शनिवार रात से रविवार सुबह तक चेकपोस्ट पर इंतजार करते रहे। उन्होंने अनुमति के लिए घंटों इंतजार किया, लेकिन आखिरकार उन्हें बताया गया कि उनकी यात्रा को मंजूरी नहीं दी गई है। डेली स्टार के अनुसार, इस्कॉन के सदस्य सौरभ तपंदर चेरी ने कहा कि हम धार्मिक समारोह में भाग लेने के लिए भारत जा रहे थे, लेकिन आव्रजन अधिकारियों ने सरकारीq अनुमति न होने का हवाला देते हुए हमें रोक दिया। दरअसल, यह घटना बांग्लादेश में इस्कॉन के खिलाफ बढ़ती जांच के बीच हुई है। खासकर 27 नवंबर को हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद।
इस्कॉन सदस्यों के बैंक खाते फ्रीज किए गए
बता दें कि, चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में ढाका के हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि उन्होंने और उनके साथियों ने 25 अक्टूबर को चटगांव में एक रैली के दौरान बांग्लादेशी राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराया था।वहीं चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। जिसके परिणामस्वरूप चटगांव में हिंसक झड़पें हुईं। इस बीच बांग्लादेशी अधिकारियों ने इस्कॉन से जुड़े 17 व्यक्तियों के बैंक खातों को 30 दिनों के लिए फ्रीज कर दिया।