India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Protests: बांग्लादेश में चल रही सियासी संकट के चपेट में अब भारत भी प्रभावित होता दिख रहा है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद देश की प्रतिबंधित विपक्षी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने भारत को बड़ी चेतावनी जारी की है। जमात-ए-इस्लामी ने अपने समर्थकों से ढाका में भारतीय दूतावास को घेरने की अपील की है, जहां शेख हसीना रहती हैं। शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं। उन्होंने बांग्लादेश से भागकर भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित हिंडोन एयरबेस उत्तरी। हालांकि हसीना ने अभी तक भारत से राजनीतिक शरण नहीं मांगी है। इसलिए इस बात की संभावना बहुत कम है कि वे भारत में रहेंगी। कयास लगाया जा रहा है कि दिल्ली पहुंचने के बाद वे लंदन के लिए रवाना होंगी।
जमात-ए-इस्लामी ने क्या है?
बता दें कि, जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश में एक कट्टरपंथी राजनीतिक संगठन के रूप में गिना जाता है। हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था। हसीना के इस फैसले को विरोधियों के पंख कतरने जैसा माना जा रहा है। सरकार ने यह कदम ऐसे समय उठाया जब देश विरोध की आग में जल रहा था। माना जा रहा है कि सरकार की कार्रवाई के बाद यह कट्टरपंथी संगठन छात्रों के साथ खुलकर सड़कों पर उतर आया। दरअसल, बांग्लादेश में यह राजनीतिक दल पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के समर्थकों में गिना जाता है। इसकी स्थापना 1941 में ब्रिटिश शासन के तहत अविभाजित भारत में हुई थी। 2018 में हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद चुनाव आयोग ने जमात का पंजीकरण रद्द कर दिया था। इसके बाद यह पार्टी चुनाव लड़ने के योग्य नहीं रही।
‘शेख हसीना को बहुत कम समय के…, बांग्लादेश की पूर्व पीएम को शरण देने पर एस जयशंकर का बड़ा बयान
बांग्लादेश के हालात खराब
बांग्लादेश में सियासी तख्तापलट हो चुका है। हसीना के इस्तीफे के बाद वहां की सेना आगे आई और अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा की। दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में शेख हसीना के बिस्तर तक पहुंच गए। उन्होंने आवास में रखे सामान लूट लिए और उन्हें अपने साथ ले गए। सेना ने लोगों से शांति की अपील की है और कहा है कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। बता दें कि, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों में इस पार्टी का नाम आता रहा है। बांग्लादेश मुस्लिम बहुल देश है। वहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं। मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी द्वारा लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।
‘8 महीनों में Sheikh Hasina के साथ होने वाला है ये कांड’, इस शख्स ने दी भी थी 3 महीनों की वार्निंग