India News(इंडिया न्यूज), Bangladesh: शेख हसीना के देश छोड़कर भागने और पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद से बांग्लादेश में लगातार हिंसा हो रही है। हालांकि, अंतरिम सरकार के गठन के बाद अब शांति स्थापित करने के प्रयास शुरू होते दिख रहे हैं। अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन ने प्रदर्शनकारियों से 19 अगस्त तक सभी अवैध हथियार सौंपने को कहा है।
अधिकारी लेंगे तलाशी
इनमें हाल ही में हुई हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों से लूटी गई राइफलें भी शामिल हैं। बांग्लादेशी मीडिया डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक हुसैन ने कहा कि अगर लूटे गए हथियार नजदीकी पुलिस थानों को वापस नहीं किए गए तो अधिकारी तलाशी लेंगे। तलाशी अभियान के दौरान अगर किसी के पास अनधिकृत हथियार पाया गया तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
हुसैन ने संयुक्त सैन्य अस्पताल में अर्धसैनिक बल बांग्लादेश अंसार के सदस्यों से मुलाकात के दौरान यह बात कही। बता दें कि छात्र विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बल के जवान घायल हुए हैं।
‘देरी होने पर CBI को सौंप दिया जाएगा मामला’, Mamata Banerjee का एक्शन मोड चालू, दिया बड़ा बयान
देश छोड़ भागीं शेख हसीना
बता दें बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन शेख हसीना की कुर्सी के लिए परेशानी का सबब बन गया था, जिसके बाद एक हफ्ते पहले शेख हसीना ने बांग्लादेश के पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत आ गईं, जो अभी भी भारत में ही हैं। उन्हें भारत सरकार की ओर से सुरक्षा दी गई है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि शेख हसीना लंबे समय तक भारत में रहेंगी या उन्हें किसी दूसरे देश में भेजा जाएगा।
राइफल छीनते हुए छात्र का वीडियो वायरल
शेख हसीना के खिलाफ छात्रों द्वारा किए गए हिंसक विरोध प्रदर्शन के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इनमें से एक वीडियो में एक युवक 7.62 एमएम की राइफल छीनता हुआ दिखाई दे रहा था। इस वीडियो का जिक्र करते हुए हुसैन ने कहा कि राइफल अभी तक वापस नहीं की गई है। अगर आप खुद हथियार सौंपने नहीं आ सकते हैं, तो आप किसी और के जरिए हथियार भेज सकते हैं।
भारत आना चाहते है सैकड़ों बांग्लादेशी
अब बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू भारत आने की कोशिश कर रहे हैं। कूचबिहार में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक और हिंदू जमा हो गए थे। सभी लोग बांग्लादेश में पड़ने वाले इलाके में खड़े थे। हालाँकि, बीएसएफ ने उन्हें समझाया था कि उन्हें भारत नहीं ले जाया जा सकता।
पहले Junior Doctor की हत्या फिर दुष्कर्म? SIT की जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा