India News(इंडिया न्यूज), Bangladesh Violence: बांग्लादेश हिंसा इतनी भड़क चुकी है कि हिंदू उसका शिकार बनते जा रहे हैं। इस हिंसा को रोकने के बहुत प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें कि 5 अगस्त को शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ दिया था और अंतरिम सरकार की कमान मोहम्मद यूनुस ने थामी। इस बीच यूनुस हिंसकों से अपील कर रहे हैं कि तोड़फोड़ और माड़-धाड़ को रोक दिया जाए। अगर ये हिंसा नहीं रुकी तो तबाही नजदीक है, आप सोशल मीडिया पर देखते होंगे कि किस तरीके से बांग्लादेशी मुस्लिम प्रताड़ित हो रहे हैं। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

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मोहम्मद यूनुस रोकेंगे हिंसा

रविवार को अपने पहले आधिकारिक बयान में अंतरिम कैबिनेट ने कहा, “कुछ जगहों पर धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले बेहद चिंताजनक हैं।” कैबिनेट ने कहा कि वह “इस तरह के जघन्य हमलों को रोकने के तरीके खोजने के लिए सभी संबंधित समूहों के साथ तुरंत बैठक करेगी।” इससे पहले बांग्लादेश के कई जिलों में हजारों हिंदू सड़कों पर उतरे और समुदायों के खिलाफ हिंसा रोकने की मांग की। ये प्रदर्शनकारी कई पोस्टर और बैनर लिए हुए दिखे, जिन पर उनके घरों को तोड़ने, मंदिर की जमीन पर कब्जा करने, आगजनी, लूटपाट जैसी घटनाओं को रोकने की मांग की गई।

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हिंदुओं ने शुरू किए प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए- ‘हिंदुओं को बचाओ’, ‘मेरे मंदिर और घर क्यों लूटे जा रहे हैं? हमें जवाब चाहिए’, ‘स्वतंत्र बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’ और ‘हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो’। पिछले कुछ दिनों में कट्टरपंथियों ने यहां कई हिंदुओं के घरों, व्यवसायों और यहां तक ​​कि मंदिरों पर भी हमला किया है, जिसमें सैकड़ों हिंदू घायल हुए हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने हमलों की निंदा करते हुए इसे “जघन्य” बताया और युवाओं से सभी हिंदू, ईसाई और बौद्ध परिवारों की सुरक्षा करने का आग्रह किया।