India News (इंडिया न्यूज), Israel Army Chief Resign: इजरायल हमास युद्ध को लेकर 19 जनवरी, 2025 को संघर्ष विराम की घोषणा हो चुकी है। इजरायली बंधकों की रिहाई की जा रही है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, कतर के लगातार प्रयास के बाद ये संघर्ष विराम हो पाया। इन सब गहमागहमी  के बीच इजरायल के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे में हलेवी ने कहा, हम 7 अक्टूबर को आईडीएफ की विफलता की जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं।

हमास के लड़ाकों ने किया था हमला

आपको बता दें कि, 7 अक्टूबर को ही हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हमला किया था और उसके सैकड़ों लोगों को मार डाला था। सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया गया था। हलेवी ने कहा, मुझे हमेशा अफसोस रहेगा कि हम अपने लोगों को नहीं बचा पाए। आईडीएफ प्रमुख ने ऐसे समय में इस्तीफा देने का फैसला किया है, जब इजरायली सेना ने गाजा से लेकर लेबनान तक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर काम किया जा रहा है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक हलेवी ने कहा- 7 अक्टूबर की सुबह मेरे नेतृत्व में आईडीएफ इजरायल के नागरिकों की रक्षा करने में विफल रही। 

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इजरायल ने चुकाई थी भारी कीमत

इजरायल ने भारी और दर्दनाक कीमत चुकाई। जान चली गई, बंधक बनाए गए। लोगों को पीटा गया। इसके अलावा, अपनी बात रखते हुए आईडीएफ प्रमुख ने कहा कि, इन हमलों में हमारे कई बहादुर कर्मियों, सुरक्षा बलों के कर्मियों, आईडीएफ सैनिकों और कमांडरों और बहादुर नागरिकों ने अपनी जान गंवाई। इस भयंकर विफलता की जिम्मेदारी हर दिन, हर घंटे मेरे पास है और जीवन भर मेरे पास रहेगी। मैंने यह निर्णय बहुत पहले ही ले लिया था। अब जब आईडीएफ सभी युद्ध क्षेत्रों में मजबूत स्थिति में है और बंधकों को रिहा करने की बात चल रही है, तो पद छोड़ने का यह सही समय है।

हमला हमले की करेंगे जांच

हलेवी ने कहा कि हम 6 मार्च तक पद छोड़ देंगे। उससे पहले हम 7 अक्टूबर के हमास हमले की जांच पूरी कर लेंगे और आईडीएफ को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे। बचे हुए समय में मैं जांच को अंतिम रूप दूंगा और आगे आने वाली चुनौतियों के लिए आईडीएफ की तैयारियों को मजबूत करना जारी रखूंगा। इससे मेरे उत्तराधिकारी को कमान का सुचारू और संरचित हस्तांतरण सुनिश्चित होगा। 

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इस हमले के कारण छिड़ा था युद्ध

7 अक्टूबर, 2023 को हजारों हमास आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल पर जमीन, आसमान और समुद्र से हमला किया। सेना के ठिकानों और आस-पास के गांवों को निशाना बनाया गया। हमले में 1,200 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर नागरिक थे। हमास के लड़ाकों ने करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया। इनमें से 90 से ज्यादा बंधक अभी भी गाजा में हैं, जिनमें से एक तिहाई के मारे जाने की आशंका है। जवाब में, इजरायल ने गाजा में 46,000 से ज्यादा लोगों को मार डाला।

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