India News (इंडिया न्यूज),Afghanistan:अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आत्मघाती हमला हुआ है। अटॉर्नी जनरल के कार्यालय के पास हुए धमाके में 5 विदेशियों समेत 10 लोगों की मौत हो गई है। यह आत्मघाती हमला उस समय हुआ जब सरकारी कर्मचारी काम खत्म करके घर के लिए निकल रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आत्मघाती हमलावर का निशाना वाहनों में यात्रा कर रहे तालिबान के सरकारी अधिकारी थे।
कौन है हमले का जिम्मेदार ?
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस साल मई में अफगानिस्तान के बामियान प्रांत में हमलावरों ने 3 विदेशियों समेत चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अंधाधुंध फायरिंग में 7 लोग घायल हो गए थे। इस हमले को लेकर तालिबान के प्रवक्ता ने कहा था कि मध्य अफगानिस्तान में देर शाम तक कई बंदूकधारियों ने फायरिंग की। इसमें 3 विदेशी नागरिकों समेत चार लोगों की मौत हो गई।
चार संदिग्ध को गिरफ्तार
मौके से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर लिया था। 2008 में काबुल में हुआ था बड़ा आत्मघाती हमला साल 2008 में काबुल में बड़ा आत्मघाती हमला हुआ था। इसमें भारतीय दूतावास को निशाना बनाया गया था। 7 जुलाई 2008 को भारतीय दूतावास पर हुए आत्मघाती हमले में 58 लोग मारे गए थे। 141 लोग घायल हुए थे। इस हमले को लेकर अमेरिका ने दावा किया था कि यह हमला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर किया गया था।
पाकिस्तान ने आरोप को बताया बकवास
हालांकि, पाकिस्तान ने इस दावे का खंडन किया था। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इसे पूरी तरह बकवास बताया था। उसने कहा था कि इसमें आईएसआई के शामिल होने का कोई सबूत नहीं है। इस हमले को लेकर अफगान गृह मंत्रालय ने कहा था कि शुरुआती जानकारी से पता चला है कि इस हमले का मुख्य निशाना सुरक्षा बल नहीं बल्कि भारतीय दूतावास था। विस्फोट के समय भारतीय राजदूत और उनके डिप्टी इमारत के अंदर थे। उन्हें कोई चोट नहीं आई।
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