India News (इंडिया न्यूज), Vladimir Putin and PM Narendra Modi In BRICS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को रूस के कज़ान पहुंच गए है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 23 अक्टूबर से शुरू होगा। सम्मेलन से पहले कजान में पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात भी की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने आपस में द्विपक्षीय वार्ता में भी हिस्सा लिया। इस दौरान भारत और रूस के ऐतिहासिक संबंधों का जिक्र करते हुए पुतिन ने कुछ ऐसा कह दिया जिसे सुनकर प्रधानमंत्री मोदी हंस पड़े।

अनुवादक के बिना भी समझ सकते हैं बात

दरअसल, द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी हिंदी में और राष्ट्रपति पुतिन रूसी भाषा में बोल रहे थे। दोनों नेताओं की बातों का रूसी और हिंदी में अनुवाद करने के लिए अनुवादक मौजूद थे। इस दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारत और रूस के संबंध इतने मजबूत हैं कि मुझे लगता है कि आप अनुवादक की मदद के बिना भी मेरी बातें समझ सकते हैं।’ पुतिन की इस टिप्पणी पर पीएम मोदी हंस पड़े।

मॉस्को और नई दिल्ली के बीच संबंध बेहद खास

व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मॉस्को और नई दिल्ली के बीच संबंध बेहद खास हैं और समय के साथ और मजबूत होते जा रहे हैं। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले तीन महीनों में यह मेरी रूस की दूसरी यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच गहरी साझेदारी और मित्रता को दर्शाती है।’ आपको बता दें कि पीएम मोदी इस साल जुलाई में भी रूस गए थे। तब राष्ट्रपति पुतिन ने क्रेमलिन में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था और खुद कार चलाकर उन्हें अपना आधिकारिक आवास दिखाया था।

 

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मेरा निमंत्रण स्वीकार करने के लिए आभारी हूं: पुतिन

भारत रूस को एक भरोसेमंद दोस्त के तौर पर देखता है, जिसने इसके आर्थिक विकास और सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई है। यह द्विपक्षीय बैठक पीएम मोदी की जुलाई में मॉस्को में पुतिन के साथ अनौपचारिक बैठक के तीन महीने बाद हुई है। पीएम मोदी के साथ अपनी पिछली बैठक का जिक्र करते हुए पुतिन ने कहा, ‘मुझे जुलाई की हमारी बैठक याद है, जब हमने कई मुद्दों पर अच्छी चर्चा की थी और उसके बाद हमने कई बार फोन पर भी बात की थी। पुतिन ने कहा कि कजान आने का मेरा निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत ही ज्यादा आभारी हूं।’

शांतिपूर्ण तरीके से रूस-यूक्रेन संघर्ष का समाधान निकले

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर युद्ध पर भारत के रुख को दोहराया। उन्होंने पुतिन से कहा, ‘रूस-यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान होना चाहिए और इसके लिए भारत हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के मुद्दे पर हम लगातार संपर्क में हैं। हमारा मानना ​​है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। हम शांति और स्थिरता की बहाली का पूरा समर्थन करते हैं। भारत हमेशा मानवता को प्राथमिकता देने की कोशिश करता है और यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के लिए हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।’

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