India News(इंडिया न्यूज), China to raise Retirement Age: हर देश में तीन आयु वर्ग के लोग होते हैं और इनके कार्य भी इनकी उम्र के हिसाब से बंटे होते हैं। बात करें अर्थव्यवस्था की तो ये निर्भर करता है देश के युवाओं पर। लेकिन हमारा एक पड़ोसी देश है जिसकी मुसीबतें बढ़ती नजर आ सकती है क्योंकि यहां के युवाओं की संख्या कम है, देश का नाम है चीन। इस बीच यहां के बुजुर्गों पर बोझ नजर आने लगा है। ऐसा कह सकते हैं कि यहां के बुजुर्गों की रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन इसके पीछे का कारण क्या है और कैसे चीन इस गंभीर परेशानी का सामना करेगा। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।
रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाने पर विचार कर रहा चीन
चीन में जीवन प्रत्याशा अब अमेरिका से भी ज्यादा हो गई है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में जीवन प्रत्याशा 78 साल हो गई है जबकि अमेरिका में यह 76 साल है। चीन पेंशन डेवलपमेंट रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों और महिलाओं के लिए रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होनी चाहिए। इसकी वजह यह है कि चीन में पेंशन चाहने वाली आबादी 30 करोड़ से ज्यादा हो गई है। ऐसे में सरकार चाहती है कि यह पैसा लोगों को सैलरी के तौर पर दिया जाए। दुनिया के कई देश कम जनसंख्या वृद्धि और कामकाजी लोगों की संख्या में कमी के कारण रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। इसके अलावा कई देश पहले ही रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा चुके हैं।
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इन देशों ने बना लिया प्रावधान
डेनमार्क, ग्रीस, इटली, आइसलैंड, इजरायल जैसे देशों में सबसे ज्यादा 77 साल की उम्र में रिटायरमेंट का प्रावधान है। अमेरिका में यह उम्र 66 साल है, जिसे 1960 के बाद पैदा हुए लोगों के लिए बढ़ाकर 67 साल कर दिया गया है। श्रीलंका में रिटायरमेंट की उम्र 55 साल थी, जिसे 2022 में बढ़ाकर 60 साल कर दिया गया। थाईलैंड में फिलहाल सबसे कम रिटायरमेंट की उम्र 55 साल है। फ्रांस में 2023 में रिटायरमेंट की उम्र 62 से बढ़ाकर 64 कर दी जाएगी। ब्रिटेन में रिटायरमेंट की उम्र 66 साल है, जिसे 2026 से 2028 के बीच बढ़ाकर 67 और फिर 2044 से 2046 के बीच 68 कर दिया जाएगा। यदि ये कदम जल्द से जल्द न उठाया जाए तो बहुत से देशों की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट देखने को मिलेगी।