India News (इंडिया न्यूज), China Close To Creating Fake Sun: चीन की कारगुजारियां आए दिन इंटरनेशनल मीडिया पर छाई रहती हैं। वहीं, इन दिनों ‘नकली सूरज’ को लेकर जबरदस्त चर्चा है। दावा किया जा रहा है कि चीन ने इसके करीब पहुंच गया है। ये काम अमेरिका भी कर रहा है लेकिन चीन चुपचाप नकली सूरज पर काम करता रहा और अब ऐसा अपडेट सामने आया है, जिसे अमेरिका आंखें फाड़कर देखता रह गया है। आगे जानें क्या है ये नकली सूरज और इससे चीन को किस तरह तगड़ा फायदा मिलने वाला है?
क्या है China का पूरा प्लान?
दरअसल, चीन न्यूक्लियर फ्यूजन प्रक्रिया पर काम कर रहा है, ये वही प्रक्रिया है जिससे सूर्य को ऊर्जा मिलती है। लंबे समय से एनर्जी का विकल्प खोजने पर काम चल रहा है और चीन इसके बेहद करीब पहुंच गया है। इस तकनीक में दुनिया भर के कई ताकवर देश तिकड़म भिड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका भी इस लिस्ट में हैं। दिलचस्प बात ये है कि कई देशों ने न्यूक्लियर फ्यूजन प्रक्रिया में कामयाबी हासिल कर ली है लेकिन चैलेंज इस ऊर्जा को लंबे समय तक बरकरार रखने का है। जिसमें अमेरिका भी कामयाब नहीं हो पाया है।
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क्यों पानी की तरह बहाया पैसा?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीन की कई बड़ी कंपनियां इस एनर्जी को लेकर एकजुट होकर काम कर रही हैं और यहां की सरकार भी पानी की तरह पैसा बहा रही है। दावा किया गया है कि चीन की सरकार हर साल लगभग 1 से डेढ़ बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। यही वजह है कि चीन इस एनर्जी को सक्सेसफुल तरीके से इस्तेमाल करने के काफी करीब पहुंच गया है।
तो क्या मिल जाएगा खजाना?
न्यूक्लियर फ्यूजन एनर्जी एक ऐसा खजाना है जो तेल या गैस की तुलना में लगभग 50 लाख गुना अधिक ऊर्जा पैदा कर सकता है। ग्लोबल वॉर्मिंग को देखते हुए ऊर्जा का ये स्रोत एक बेहतरीन समाधान हो सकता है। इसके साथ ही जो देश इस पर महारथ हासिल कर पाएगा उसकी ताकत इंटरनेशनल लेवल पर दोगुनी हो जाएगी।