इंडिया न्यूज, काबूल:
China Gave 10 Lakh Dollars to Taliban: 20 दशकों तक युद्ध का दंश झेलने वाले अफगानिस्तान को चीन ने 10 लाख डॉलर की मदद की है। वहीं जल्द ही 50 लाख अमेरिकी डॉलर (China Gave 10 Lakh Dollars to Taliban) देने का वचन दिया है। तालिबानियों को सहायात की जरूरत है वहीं चीन को अवसरों की इस लिए माओ की सरकार ऐसा कोई मौका नहीं चूकना चाहती जिसमें उसका हित हो। चाइना अफगान की मदद कर उस पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रहा है।
दरियादिली के पीछे चीन की मंशा अफगानिस्तान में अपार प्राकृतिक संपदाओं को हासिल करना है। जहां पूरे विश्व का उर्जा का एक वैक्लिपिक भंडार है। जानकारी के अनुसार तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि चीन ने अभी 10 लाख डॉलर की आर्थिक सहायता (China Gave 10 Lakh Dollars to Taliban) दी है। कुछ ही समय में खाद्य पदार्थों व दवाओं के लिए भी मदद करने का वादा किया है।
बता दें कि सोमवार को चीनी नेताओं ने तालिबानी प्रतिनिधिमंडल मीटिंग की थी। बताया जा रहा है कि दोहा में चीनी विदेश मंत्री वांग यी अपने समकक्ष अमीर खान मुत्तकी से मुलाकात कर सकते हैं। गौरतलब रहे कि चीनी मंत्री वांग इससे पहले अफगानिस्तान के उप प्रधानमंत्री मुल्ला बरादर से भी बैठक कर चुके हैं। जानकारों का मानना है कि चीन द्वारा दी जा रही आर्थिक मदद वास्तव में दबाव बनाने का एक तरीका है।
इसके अलावा पाकिस्तान के समुद्री तटों तक पहुंचने के लिए चीन अफगानिस्तान को साधने की कोशिशों में जुट गया है। बता दें कि चीन से लेकर पाकिस्तान के गवादर पोर्ट तक बनने वाला सीपैक शि जिनपिंग की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है जिस पर चीन हद से ज्यादा निवेश कर चुका है। वहीं चीन मदद के बहाने पाकिस्तान की तर्ज पर अफगानिस्तान को भी भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर सकता है।
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